ठाकुर सज्जन सिंह का भदेस अंदाज आज भी मिसाल, बड़े पर्दे का कलाकार जिसे छोटी स्क्रीन ने दिलाई पहचान

IANS | September 19, 2024 12:02 PM

नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। 'मस्त रहो, जिअत रहो, जितत रहो, महादेव!' मिलने वालों से यही कहते थे 'मन की आवाज: प्रतिज्ञा' के 'ठाकुर सज्जन' सिंह यानि अनुपम श्याम ओझा। जो 20 सितंबर को 67 साल के होते लेकिन अफसोस अपने नेगेटिव किरदार से रोमांच पैदा करने वाला ये कलाकार 2021 में ही दुनिया को अलविदा कह गया।

बर्थडे विशेष: दो फिल्ममेकर जिनकी बोल्डनेस ने बटोरी सुर्खियां, 'लेगसी' ऐसी की रश्क हो जाए

IANS | September 19, 2024 10:26 AM

नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। बोल्ड, बिंदास और बेबाक दोनों फिल्ममेकर। समय से आगे की सोच और उपलब्धियां ऐसी कि कोई भी रश्क कर जाए। एक है हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को 'जख्म' देकर भी 'स्वाभिमान' का पाठ पढ़ाने वाले महेश भट्ट तो दूसरे तेलुगू सिनेमा का सरताज 'एकेआ' यानि पद्मश्री, पद्मभूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित अक्किनेनी नागेश्वर राव। दोनों हुनरबाज 20 सितंबर को ही जन्मे।

शबाना आज़मी... 'आंखों में नमी हंसी लबों पर' को जीने वाली मशहूर एक्ट्रेस

IANS | September 17, 2024 2:48 PM

नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। साल 1982 की बॉलीवुड फिल्म 'अर्थ' में जगजीत सिंह की जादुई आवाज़ और कैफी आज़मी की लिखी गज़ल 'तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो' आज भी संगीतप्रेमियों की प्लेलिस्ट में शुमार है। इस गज़ल में एक लाइन 'आंखों में नमी हंसी लबों पर, क्या हाल है, क्या दिखा रहे हो' है। पर्दे पर एक्ट्रेस शबाना आज़मी ने इसे निभाया था और इस एक लाइन ने उनके सिल्वर स्क्रीन के सफर को नया आयाम दिया।

जिनके म्यूजिक से अमर हो गया सलमान खान का "प्रेम" किरदार, जानें कौन थे संगीतकार रामलक्ष्मण

IANS | September 15, 2024 4:13 PM

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। 'मैंने प्यार किया', 'हम आपके हैं कौन' और 'हम साथ-साथ हैं', ये वो फिल्में हैं, जिसने सलमान खान के निभाए "प्रेम" किरदार को अमर कर दिया। इन फिल्मों ने सलमान के करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया। फिल्म के गाानों को दर्शकों का भी भरपूर प्यार मिला।

प्रसून जोशी, 'तारे जमीन पर लाने' वाला गीतकार जिसकी कैंची का खौफ बड़े बड़ों को

IANS | September 15, 2024 12:23 PM

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। गोविंद निहलानी हों, शाहरुख या फिर कंगना रनौत सब इंसानी रिश्तों को सहेजने की जुगत में भिड़े गीतकार, लेखक, क्रिएटर की कैंची से खौफ खाते हैं। कैंची जब चलती है तो संबंधों को तरजीह नहीं देती, ख्याल रखती है तो बस मोरल वैल्यूज यानि नैतिक मूल्यों का। इनका नाम है प्रसून जोशी। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जन्में प्रसून 16 सितंबर को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं।

जीपी सिप्पी जिनके 'शोले' का 'अंदाज' ऐसा कि पचास कोस ही नहीं हजारों मील तक बढ़ी 'शान'

IANS | September 14, 2024 9:14 AM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के कराची से मायानगरी में एक शख्स परिवार समेत आया। वकालत की डिग्री के साथ। जहीन शख्स। बिजनेस करना बखूबी जानता था बस फिर क्या था अपनी जमीनों पर बनाने लगा फ्लैट। उस दौर में लीक से हटके सोच। जनाब ये तो शुरुआत भर थी। शख्स ने अपनी जिंदगी में कई खूबसूरत एक्सपेरिमेंट किए। एक फली मिस्त्री साहब थे उनसे दोस्ती गांठी तो फिल्म बनाने का आईडिया भी आया। इस एक आईडिया ने उस दौर में बदल दी दुनिया और बना डाली फिल्म 'सजा'। एक्टर भी धाकड़ चुने द एवरग्रीन स्टार देव आनंद और नशीली आंखों वाली निम्मी। फिल्म चल पड़ी और इस तरह गोपालदास परमानंद सिपाहीमलानी यानि जीपी सिप्पी की फिल्मी गाड़ी ने भी रफ्तार पकड़ ली।

'सेक्टर 36' - एक फिल्म जो वर्षों तक चर्चा में रहेगी!

IANS | September 13, 2024 6:26 PM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। विक्रांत मैसी और दीपक डोबरियाल अभिनीत एक मनोरंजक, डार्क क्राइम थ्रिलर 'सेक्टर 36' आखिरकार नेटफ्लिक्स पर आ गई है। सच्ची घटनाओं पर आधारित इस फिल्म में उत्तर भारत की एक झुग्गी बस्ती से कई बच्चों के लापता होने के लिए जिम्मेदार एक सीरियल किलर की खोज की कहानी दिखाई गई है।

इतना आसान तो नहीं था 'गंगा' बनना, प्यार में हारी और फिर कैंसर को हराया

IANS | September 13, 2024 2:06 PM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। 'परदेस' में गंगा यानि वह पवित्रता जिसको संजोए भारत आज भी दुनिया को एक संदेश देता है- 1997 में फिल्म 'परदेस' में गंगा के किरदार के जरिए देने की सुभाष घई ने कोशिश की थी। फिल्म रिलीज हुई तो हिंदी सिनेमा के पर्दे पर बादशाह शाहरुख खान दिखे लेकिन उनके साथ जो पर्दे पर सह-कलाकार नजर आईं उसकी खूबसूरती ने सबको हैरान कर दिया। चेहरे पर वही गंगा जैसी पवित्रता, किरदार का भी पर्दे पर वही नाम और फिल्म के पोस्टर पर जो नाम अंकित था वह था महिमा चौधरी।

जयकिशन: दोस्तों के बीच 'अमेरिकन लेडी' और मिजाज से रोमांटिक इस संगीतकार ने अपनी धुनों से हिंदी सिनेमा का स्वर्ण युग तैयार किया

IANS | September 12, 2024 9:28 AM

नई दिल्ली, 12 सितंबर(आईएएनएस)। 'अकेले-अकेले कहां जा रहे हो', 'तुमने पुकारा और हम चले आए', 'हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं', 'दीवाने का नाम ना पूछो', 'इस रंग बदलती दुनिया में', 'प्यार हुआ इकरार हुआ', 'बोल राधा बोल', 'तेरा जाना दिल के अरमानों का लूट जाना', 'तुम्हें याद करते-करते', 'पर्दे में रहने दो', 'अजीब दास्तां है ये', 'पान खाये सैयां हमारो', 'कहता है जोकर सारा जमाना', 'चल संन्यासी मंदिर में','एहसान तेरा होगा मुझ पर' ये उस दौर के गाने हैं जब हिंदी सिनेमा का स्वर्ण युग चल रहा था। यानि हिंदी सिनेमा में 50 और 60 का दशक। फिल्मों के गाने ऐसे जिसे 6 दशक बीत जाने के बाद भी आज आप सुनेंगे तो गुनगुनाने पर मजबूर हो जाएंगे।

जीरो से हीरो बने इस एक्टर का कैसे लाचारी पर आकर खत्म हुआ जीवन

IANS | September 8, 2024 1:24 PM

नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। ‘’कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता, कहीं ज़मीं तो कहीं आसमां नहीं मिलता, बुझा सका है भला कौन वक़्त के शोले, ये ऐसी आग है जिसमें धुआँ नहीं मिलता।‘’ यह लाइन पंजाबी इंडस्ट्री के सुपरस्टार सतीश कौल पर बिल्कुल सटीक बैठती है।