रवींद्र जैन, आधुनिक युग के सूरदास जिनकी कंठ में था मां सरस्वती का वास

IANS | October 8, 2024 3:36 PM

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। 22 जनवरी को रामलला अपने मंदिर में ससम्मान विराजे। इससे पहले अयोध्या के चौक चौराहों पर रवींद्र जैन की आवाज गूंज रही थी। रामानंद सागर की रामायण के भक्ति गीतों और भजनों से लोग सम्मोहित हो रहे थे। हर ओर आधुनिक युग के इस 'सूरदास' की मीठी आवाज में 'राम भक्त ले चला रे राम की निशानी,' 'मंगल भवन अमंगल हारी,' 'रामायण चौपाई' समेत कई भक्ति गीत कानों में रस घोल रहे थे। लग ही नहीं रहा था कि जिनके गीत आत्मा को छू रहे हैं वो 9 अक्टूबर 2015 को ही संसार त्याग बैकुंठ धाम को चले गए हैं।

'जस्सी जैसी कोई नहीं' से चमकी मोना सिंह, आमिर खान की मां बनकर बटोरी सुर्खियां

IANS | October 7, 2024 8:41 PM

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। कद-काठी में 'सिक्स पैक' वाले लड़कों को भी पीछे छोड़ देने वाली मोना सिंह की खूबसूरती भी कम नहीं। चाहे बात लुक्स की हो, स्टाइल या एक्टिंग 'जस्सी जैसी कोई नहीं'!

जिस दिन रिलीज हुई थी 'गुडबाय' फिल्म, उसी दिन दुनिया को अलविदा कह गए अरुण बाली

IANS | October 6, 2024 6:42 PM

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। ‘3 इडियट्स’, ‘पीके’, ‘ओह माय गॉड’, ‘पानीपत’ और लाल सिंह चड्ढा, तथा बर्फी जैसी फिल्मों की बात होती है तो इसकी स्टारकास्ट और स्क्रिप्ट की जमकर तारीफ की जाती है। मगर इन सभी फिल्मों में सबसे कॉमन बात है अरुण बाली। भले ही किरदार बदल जाए, अगर कुछ नहीं बदलता है, तो वह नाम है अरुण बाली का। जिन्होंने अपनी जिंदगी के आखिरी लम्हें तक एक्टिंग करना जारी रखा, जिस दिन उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। उसी दिन उनकी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह फिल्म थी 'गुडबाय'।

छह फीट से ज्यादा लंबी युक्ता मुखी फिल्म इंडस्ट्री में नहीं हासिल कर पाईं ऊंचा मुकाम

IANS | October 6, 2024 4:45 PM

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई कलाकार हुए हैं जो आए तो अपनी काबिलियत के दम पर लेकिन लंबे समय तक टिक नहीं सके। आज गुमनामी की जिंदगी जी रहे इन कलाकारों में पूर्व मिस वर्ल्ड युक्ता मुखी का नाम भी शामिल है।

वाजिद खान, जिनकी गायकी और संगीत में दबंगई झलकती थी, पहला और आखिरी गाना भी किया 'भाई' के नाम

IANS | October 6, 2024 2:42 PM

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। अस्पताल के बिस्तर पर बैठा एक शख्स बीमार है। शायद वो भी जानता है कि चंद लम्हे बाकी हैं फिर भी दबंगई नहीं छोड़ता। बड़े शान से गाता है हुड़ हुड़ दबंग। मौत को आंखें दिखाने का जज्बा गजब का दिखा था वाजिद में। जो आज न होकर भी हमारे बीच हैं। सिर्फ अपनी आवाज और संगीत के बल पर ही नहीं भाई के नाम संग जुड़कर भी।

नवरात्रि में नारी शक्ति का जश्न मनाते रीजनल सिनेमा की बात जो नैरेटिव बदल रहा है

IANS | October 6, 2024 1:06 PM

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। 'या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः', शक्ति का महापर्व भारत मना रहा है। देवी के श्रीचरणों में श्रद्धाभक्ति अर्पित करने को हमारे सिनेमा ने हमें कई मौके दिए हैं, लेकिन पिछले एकाध साल में जो रीजनल सिनेमा ने कर दिखाया है वो कमाल है। महिला को शक्ति क्यों कहते हैं ये बिना खून खराबे के कर दिखाया है।

विलेन से हीरो फिर संन्यासी के बाद मंत्री तक, विनोद खन्ना के लिए तो जीना इसी का नाम था

IANS | October 5, 2024 4:10 PM

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। वो दौर राजेश खन्ना, जीतेंद्र और धर्मेंद्र जैसे एक्टर्स का था। ये लोग पर्दे पर रोमांस करते पसंद किए जाते थे। एक सेट कहानी थी हीरो-हीरोइन और विलेन की। विलेन की परिभाषा ही कुछ अलग थी। खूंखार सा दिखने वाला, चेहरे पर एक कट का निशान और मूंछ पर ताव देता हुआ! ऐसे समय में विनोद खन्ना ने बतौर विलेन एंट्री मारी और सिल्वर स्क्रीन पर छा गए। इस खलनायक के सब मुरीद हो गए। लोगों की पसंद को फिल्म इंडस्ट्री के हुनरबाजों ने समझा और हीरो का रोल दिया जाने लगा। हिट भी खूब रहे। 1975 के बाद तो सीधे अमिताभ बच्चन को टक्कर देने लगे। कामयाबी के चरम पर थे तभी सब कुछ छोड़ अध्यात्म की दुनिया में रम गए। 6 अक्टूबर को विनोद खन्ना की जयंती है।

संध्या मुखर्जी, बांग्ला फिल्मों की मेलोडी क्वीन जिन्होंने पद्मश्री सम्मान तक ठुकराया

IANS | October 3, 2024 4:01 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। हिंदी की कुल 17 फिल्मों में संध्या मुखर्जी ने प्लेबैक किया। एक में तो दो साल बड़ी भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर के साथ। फिल्म का नाम तराना था। मधुबाला भी थीं इस मूवी में और गाना था 'बोल पपिहे बोल'। लता-संध्या की अदावत थी ऐसा कहा जाता था, सच्चाई आखिर थी क्या?

हर कोई केके मेनन नहीं हो सकता, थिएटर से फिल्मों तक का कुछ यूं तय किया सफर

IANS | October 1, 2024 9:34 PM

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। अपने किरदार में जान फूंकने के साथ अपने दमदार डायलॉग से दर्शकों के दिलों में जगह बनाने वाले बॉलीवुड कलाकार केके मेनन आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। छोटे किरदारों से अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाले केके मेनन कल अपना 59वां जन्मदिन मनाएंगे।

'एक और द्रोणाचार्य' नाटक ने शंकर शेष को दिलाई थी शोहरत, फिल्म 'दूरियां' के लिए मिला था फिल्मफेयर अवॉर्ड

IANS | October 1, 2024 6:11 PM

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। ‘फंदी’, 'एक और द्रोणाचार्य', ‘रक्तबीज’ ये वो नाटक हैं, जिन्हें देशभर में ना केवल खूब सराहा गया, बल्कि इसके लेखक ने भी राष्ट्रीय स्तर पर जमकर वाहवाही बटोरी। हिंदी के प्रसिद्ध नाटककार तथा सिनेमा कथा लेखक शंकर शेष किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।