'इंडिपेंडेंट फिल्मों में किन चुनौतियों का करना पड़ता है सामना?' रवि दुबे ने विस्तार से बताया
मुंबई, 25 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में इंडिपेंडेंट फिल्मों की दुनिया हमेशा से संघर्षों और सीमित अवसरों से घिरी रही है। बड़े बजट, बड़े नाम और इंडस्ट्री के स्थापित नेटवर्क की भीड़ में उभरते फिल्ममेकर्स की आवाज कई बार दब जाती है। ऐसे में फिल्म फेस्टिवल ही वह जगह बनते हैं, जहां असली प्रतिभा को पहचान मिलने की उम्मीद रहती है।