252 करोड़ ड्रग्स केस : सिद्धांत कपूर से 5 घंटे चली पूछताछ, दोबारा समन हो सकता है जारी

252 करोड़ ड्रग्स केस: 5 घंटे चली सिद्धांत कपूर से पूछताछ, दोबारा समन हो सकता है जारी

मुंबई, 25 नवंबर (आईएएनएस)। 252 करोड़ रुपए के हाई-प्रोफाइल ड्रग्स मामले में जांच लगातार तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में बॉलीवुड एक्टर सिद्धांत कपूर से एंटी-नारकोटिक्स सेल (एएनसी) की घाटकोपर यूनिट ने करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद वह एएनसी ऑफिस से बाहर निकल गए।

मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों ने साफ किया कि सिद्धांत कपूर का बयान अभी अधूरा है और उन्हें जल्द ही दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

अधिकारियों के मुताबिक, सिद्धांत कपूर को पूछताछ के लिए तलब इसलिए किया गया था, क्योंकि मुख्य आरोपी के बयान में उनका नाम सामने आया था और पुलिस उन जानकारियों की पुष्टि करना चाहती थी।

पूछताछ के दौरान सिद्धांत से कई पहलुओं पर सवाल किए गए, खासकर उन पार्टियों को लेकर जहां कथित तौर पर ड्रग्स के इस्तेमाल होने की बात कही गई। पुलिस का दावा है कि सिद्धांत कपूर भारत में ही कहीं एक पार्टी में शामिल हुए, जहां कथित तौर पर ड्रग्स का इस्तेमाल हुआ था। हालांकि अभी इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि पूछताछ जांच प्रक्रिया का हिस्सा है और इस वक्त सिद्धांत कपूर पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है।

सिद्धांत कपूर इससे पहले भी ड्रग्स विवादों में घिर चुके हैं। 2022 में बेंगलुरु की एक रेव पार्टी के दौरान ड्रग्स मामले में उनका नाम सामने आया था। उस समय भी उनसे पूछताछ की गई थी और मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं।

अब बुधवार को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ओरहान अवत्रामणी उर्फ ओरी से पूछताछ की जाएगी। दरअसल, सिद्धांत कपूर से पहले ओरी को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था। ओरी को 20 नवंबर को पेश होना था, लेकिन उन्होंने अतिरिक्त समय मांगा था, जिसके बाद उन्हें 26 नवंबर को बयान दर्ज कराने के लिए समन किया गया।

252 करोड़ रुपए के इस ड्रग्स मामले की शुरुआत पिछले साल मार्च में तब हुई, जब महाराष्ट्र के सांगली जिले में एंटी-नारकोटिक्स सेल ने एक अवैध मेफेड्रोन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। यह फैक्ट्री पेशेवर तरीके से संचालित की जा रही थी, और यहां मेफेड्रोन नामक ड्रग्स का बड़े पैमाने पर उत्पादन हो रहा था।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद ड्रग्स की कीमत लगभग 252 करोड़ रुपए आंकी गई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह फैक्ट्री एक बड़े और संगठित ड्रग्स नेटवर्क का हिस्सा है। यह नेटवर्क भारत और विदेशों में हाई-प्रोफाइल पार्टियों में मेफेड्रोन और अन्य ड्रग्स की सप्लाई करता था।

--आईएएनएस

पीके/एबीएम