तिरुपति बालाजी मंदिर प्रसाद विवाद के बाद अब हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर में चढ़ने वाले 'रोट' प्रसाद के सैंपल भी फेल

IANS | November 20, 2024 6:15 PM

हमीरपुर, 20 नवंबर (आईएएनएस)। तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट को लेकर विवाद के बाद अब कई मंदिरों के प्रसाद पर भक्तों की नजर टिकी हुई है। देश के प्रसिद्ध मंदिरों की संस्थाएं और ट्रस्ट इस मामले में अब सावधानी बरत रही हैं। इस सबके बीच हिमाचल के हमीरपुर के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ दियोटसिद्ध में स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर के प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठ रहा है।

गांधीनगर : अक्षरधाम में भगवान स्वामिनारायण की 49 फुट ऊंची प्रतिमा का वैदिक प्रतिष्ठा समारोह संपन्न

IANS | November 12, 2024 9:31 AM

गांधीनगर, 12 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात के गांधीनगर के स्वामिनारायण अक्षरधाम में भगवान स्वामिनारायण के तपस्वी किशोर स्वरूप श्री नीलकंठ वर्णी महाराज की 49 फुट ऊंची भव्य मूर्ति का वैदिक प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ।

14 कोसी परिक्रमा : राम नगरी में उमड़ा आस्था का सैलाब

IANS | November 10, 2024 8:24 PM

अयोध्या, 10 नवंबर (आईएएनएस)। प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा करने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। परिक्रमा में देर रात बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए कुछ श्रद्धालुओं ने पांच घंटे में ही 42 किलोमीटर नाप दिया।

छठ पर्व : 'नहाए-खाए' के दिन घाटों पर भीड़, तो कहीं वेदी बनाने में दिखा वीवीआईपी कल्चर

IANS | November 5, 2024 2:25 PM

पटना, 5 नवंबर (आईएएनएस)। 'नहाए-खाए' के साथ मंगलवार को छठ पूजा की शुरुआत हो गई है। उत्तर भारत में आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर खास तैयारी देखने को मिल रही है। बिहार की राजधानी पटना और उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी काशी में भी इस पर्व को लेकर काफी रौनक देखने को मिल रही है।

बिहार : नहाय-खाय’ के साथ लोकआस्था का पर्व छठ प्रारंभ, व्रतियों ने गंगा में लगाई डुबकी

IANS | November 5, 2024 2:17 PM

पटना, 5 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना सहित सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों में मंगलवार को ’नहाय-खाय’ के साथ ही चार दिनों तक चलने वाला लोकआस्था का महापर्व छठ प्रारंभ हो गया। पहले दिन पटना के गंगा तटों पर सुबह से ही छठव्रतियों की भीड़ उमड़ने लगी।

छठ पूजा में सुथनी, दउरा और पांच ईख का जानें महत्व, छठी मैया और सूर्य देव होंगे प्रसन्न

IANS | November 3, 2024 7:27 PM

नई दिल्ली, 3 नवंबर (आईएएनएस)। महापर्व छठ के नजदीक आते ही झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ ही देश के दूसरे हिस्सों में भी इसकी अनुभूति होने लगी है। छठ एक ऐसा महापर्व है, जिसमें उगते सूर्य के साथ-साथ डूबते सूर्य की भी पूजा की जाती है। व्रतियों के परिवारों के अलावा बाजार में भी इसकी चहल-पहल दिखने लगी है।

केदार-बद्री यात्रा : शासन-प्रशासन के भरोसे ना बनाएं यहां जाने का मन, क्योंकि यहां आपकी आस्था बिकाऊ है

गंगेश ठाकुर | October 25, 2024 4:47 PM

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा पर अगर आप जा रहे हैं और भरोसा यह है कि वहां शासन-प्रशासन ने आपकी यात्रा के लिए कोई सुगम व्यवस्था की है तो आप गलत हैं। यहां यात्रा मार्ग से लेकर मंदिर में दर्शन तक जिस तरह की अव्यवस्था है, उसे देखकर आप परेशान हो जाएंगे।

केदार-बद्री यात्रा : जेब में पैसे और किस्मत के धनी हों तभी यहां जाने की सोचें

IANS | October 24, 2024 5:56 PM

नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। अगर आप भी चार धाम यात्रा पर जाना चाहते हैं और आप सामान्य लोग हैं, आपकी कोई वीआईपी या वीवीआईपी पहचान नहीं है, तो आप केदार-बद्री की यात्रा थोड़ा संभलकर और सोच समझकर करें। यात्रा के दौरान वहां पहुंचे लोगों का यह निजी अनुभव है। जो इस यात्रा के पैदल मार्ग पर पहुंचे हर आदमी से आपको सुनने को मिल जाएगा। यानी अगर आपकी जेब में पैसे खूब भरे पड़े हैं और आप किस्मत के धनी हों तभी इस यात्रा पर जाने की सोचें।

महाकुंभ 2025 : स्पीड बोट और मिनी क्रूज से मिनटों में संगम पहुंच सकेंगे श्रद्धालु

IANS | October 24, 2024 5:37 PM

प्रयागराज, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रयागराज में 'महाकुंभ-2025' को श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सरल बनाने की तैयारियां पूरे जोर पर हैं। मेला प्राधिकरण, जिला प्रशासन और नगरीय निकाय के सभी विभाग योगी सरकार के निर्देशों के मुताबिक दिव्य, भव्य, नव्य महाकुंभ को साकार करने में जुटे हुए हैं।

महाकुंभ 2025 : तीर्थराज प्रयागराज बन रहा देश की आस्था का केंद्र

IANS | October 23, 2024 2:20 PM

प्रयागराज, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। महाकुंभ-2025 को दुनिया का सबसे भव्य सांस्कृतिक आयोजन बनाने जा रही योगी सरकार ने प्रयागराज के घाट पर अपने सबसे कुशल अफसरों को तैनात किया है। सरकार की धर्म-कर्म को लेकर स्पष्ट नीति के परिणामस्वरूप देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। यहां तक कि विदेश से भी लोग अपनी सात-सात पीढ़ियों को मोक्ष दिलाने के लिए संगम नगरी पहुंचने लगे हैं।