पीएम मोदी ने आर्कबिशप जॉर्ज कूवाकड के कार्डिनल बनने को बताया गर्व का क्षण
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के आर्कबिशप जॉर्ज कूवाकड को कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किए जाने को भारत के लिए गर्व का क्षण बताया है।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के आर्कबिशप जॉर्ज कूवाकड को कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किए जाने को भारत के लिए गर्व का क्षण बताया है।
प्रयागराज, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। 2025 महाकुंभ की तैयारियों के बीच अखाड़ों के जमीन आवंटन के बाद संतों का भूमि पूजन का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने शुभ मुहूर्त में भूमि पूजन किया। इस अवसर पर वेद पाठियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ कर भूमि पूजन किया गया। संतों ने मां गंगा, यमुना सरस्वती से 2025 महाकुंभ के निर्विघ्न रूप से संपन्न होने की प्रार्थना भी की।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। भगवान राम और माता सीता को समर्पित ‘विवाह पंचमी’ हिंदू धर्म में बेहद खास पर्व है। मार्गशीर्ष या अगहन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ था। इस दिन को सीता राम के वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है और भक्त इस खास दिन पर भगवान के युगल प्रतिमा की पूजा करते हैं।
प्रयागराज, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रयागराज में साल 2025 में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं। अलग-अलग अखाड़ों के द्वारा भूमि पूजन और ध्वजा स्थापित करने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। इसी बीच आईएएनएस ने श्री पंचदशनाम प्राचीन जूना अखाड़ा के बारे में जानकारी हासिल की। शिव संन्यासी संप्रदाय के 7 अखाड़ों में जूना अखाड़ा सबसे बड़ा बताया जाता है जिसमें लाखों नागा साधु और महामंडलेश्वर संन्यासी हैं। इनमें से अधिकतर नागा साधु हैं।
उज्जैन, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। महाकुंभ सनातन धर्म में आस्था की चरम अभिव्यक्ति है। प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन अगले साल की शुरुआती महीने 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। महाकुंभ की तैयारियां को लेकर अलग-अलग अखाड़ों के द्वारा भूमि पूजन और ध्वजा स्थापित करने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। महाकुंभ में अखाड़ों की खास भागीदारी होती है और हर अखाड़े की अपनी परंपरा होती है। ऐसे ही 13 अखाड़ों में उज्जैन का श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा है, जिसके बारे में अखाड़े के महामंडलेश्वर शैलेषानंद गिरी महाराज ने महाकुंभ को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
प्रयागराज, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रयागराज की पावन धरती पर 12 वर्षों बाद 2025 में दिव्य और भव्य संयोग में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। महाकुंभ-2025 का आयोजन प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। महाकुंभ की तैयारियां भी जोरो शोरों से चल रही हैं और अलग-अलग अखाड़ों के द्वारा भूमि पूजन और ध्वजा स्थापित करने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। महाकुंभ में अखाड़ों की भागीदारी होती है, अखाड़े की परंपरा होती है, प्रयागराज में महाकुंभ के महत्व पर श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा के महंत दुर्गादास ने आईएएनएस से बातचीत की।
हरिद्वार, 2 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रयागराज में वर्ष 2025 में होने वाले महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से होगी। महाकुंभ को लेकर अखाड़ों के साधु संतों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आपको बता दें कि सारे 13 अखाड़े महाकुंभ में स्नान करने के लिए जाते हैं। ऐसे में उन 13 अखाड़े में से आज हमने श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के बारे में जानकारी हासिल की।
हमीरपुर, 20 नवंबर (आईएएनएस)। तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में मिलावट को लेकर विवाद के बाद अब कई मंदिरों के प्रसाद पर भक्तों की नजर टिकी हुई है। देश के प्रसिद्ध मंदिरों की संस्थाएं और ट्रस्ट इस मामले में अब सावधानी बरत रही हैं। इस सबके बीच हिमाचल के हमीरपुर के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ दियोटसिद्ध में स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर के प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठ रहा है।
गांधीनगर, 12 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात के गांधीनगर के स्वामिनारायण अक्षरधाम में भगवान स्वामिनारायण के तपस्वी किशोर स्वरूप श्री नीलकंठ वर्णी महाराज की 49 फुट ऊंची भव्य मूर्ति का वैदिक प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ।
अयोध्या, 10 नवंबर (आईएएनएस)। प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या में 14 कोसी परिक्रमा करने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। परिक्रमा में देर रात बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए कुछ श्रद्धालुओं ने पांच घंटे में ही 42 किलोमीटर नाप दिया।