जहां दो ज्योतिर्लिंग नदी के दो किनारों पर स्थित होकर एकलिंग नाथ के रूप में पूजे जाते हैं, वहां प्रवाहित पवित्र नदी का हर कंकड़ शंकर है

IANS | July 3, 2025 8:30 AM

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएएनएस)। गंगा से भी ज्यादा पावन नदी नर्मदा, इसके किनारे से सटा ओंकार पर्वत और इस पर्वत पर निवास करते एकलिंगनाथ यानी महादेव। सचमुच यह स्थान देवताओं का निवास स्थान है। यहां नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर दो प्रमुख मंदिर हैं ओंकारेश्वर और ममलेश्वर। यहां दोनों ज्योतिर्लिंग मिलकर एक होते हैं और कहलाते हैं ओंकारममलेश्वर। द्वादश ज्योतिर्लिंग में इसका स्थान चौथा है।

अंबुबाची मेला : जहां रजोधर्म की होती है पूजा, भक्तों को मिलता है दिव्य प्रसाद!

IANS | July 2, 2025 7:53 PM

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। हिन्दू धर्म में देवी उपासना की कई परंपराएं हैं, लेकिन असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर एक ऐसा स्थान है, जो रहस्यों और आध्यात्मिक शक्तियों से भरा हुआ है। मां कामाख्या देवी का मंदिर ना केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि तांत्रिक क्रियाओं और शक्तिपीठों की महिमा का प्रतीक भी है। कहते हैं कि यहां पर माता सती का योनी भाग गिरा था। इसलिए इस मंदिर को कामाख्या मंदिर नाम दिया गया है।

सावन विशेष : हरी चूड़ी, साड़ी और श्रृंगार... क्या है महादेव के प्रिय मास से 'हरे रंग' का कनेक्शन?

IANS | July 2, 2025 5:17 PM

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। भोलेनाथ के प्रिय मास सावन का शुभारंभ 11 जुलाई से होने जा रहा है। सावन में न केवल प्रकृति हरे रंग की ओढ़नी ओढ़कर इतराती है, बल्कि पंरपराओं के अनुसार महिलाएं भी हरे रंग को अपने श्रृंगार में शामिल करती हैं, फिर वो चूड़ी हो या साड़ी, बिंदी या अन्य श्रृंगार प्रसाधन। हरे रंग का खास महत्व है और इस मास से खास कनेक्शन भी है।

एक मात्र दक्षिणमुखी शिवलिंग, जहां आकर काल के भी कांप जाते हैं पांव

IANS | July 2, 2025 8:50 AM

नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)। कालों के काल महाकाल। द्वादश ज्योतिर्लिंग में तीसरे नंबर पर पूजे जाते हैं। कलयुग के कर्ता धर्ता और प्राणियों के काल हरने वाले महाकाल। यहां महादेव एक मात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग के तौर पर विराजते हैं। वास्तु में दक्षिण दिशा के स्वामी मृत्यु के देवता यमराज को माना गया है। मृत्यु से परे होने के कारण ही भगवान महाकाल को ये नाम दिया गया है। इसलिए यह भी मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन व पूजन करता है उसे मृत्यु उपरांत यमराज द्वारा दी जाने वाली यातनाओं से मुक्ति मिल जाती है।

सावन विशेष : धातु या पत्थर नहीं, ‘पीपल की लकड़ी’ समेत इन सामग्रियों से बने शिवलिंग के पूजन का है खास महत्व

IANS | July 1, 2025 4:42 PM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। विश्व के नाथ का प्रिय माह सावन 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। भगवान के दर्शन-पूजन की तैयारी जोरों पर हैं। शिवालय में बम भोले की गूंज सुनाई देगी। शिवलिंग की भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार पूजा-अर्चना करेंगे। अमूमन मंदिरों में पत्थर या धातु के शिवलिंग पूजे जाते हैं। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि धातु या पत्थर ही नहीं, ‘पीपल की लकड़ी’, आंवला, मिश्री, सोंठ, मिर्च और फूलों से बने शिवलिंग की भी पूजा होती है।

गुरुवायुर के हाथियों को दी जा रही 31 दिवसीय चिकित्सा थेरेपी, दावा-होगा कायाकल्प

IANS | July 1, 2025 12:12 PM

गुरुवायुर, 1 जुलाई (आईएएनएस)। गुरुवायुर देवासम द्वारा संचालित श्री कृष्ण मंदिर के तहत हाथियों के लिए 31 दिवसीय कायाकल्प चिकित्सा (रिजूविनेशन थेरेपी) मंगलवार सुबह शुरू हुई।

द्वादश ज्योतिर्लिंग : दक्षिण के कैलाश पर स्थित मल्लिकार्जुन महादेव, जहां शिव और शक्ति विराजते हैं एक साथ

IANS | July 1, 2025 8:32 AM

नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। दक्षिण का कैलाश कहा जाने वाले आन्ध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के तट पर स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग। यहां शिव और शक्ति एक साथ विराजते हैं। माता पार्वती का नाम 'मल्लिका' है और भगवान शिव को 'अर्जुन' कहा जाता है। इस प्रकार सम्मिलित रूप यहां महादेव को श्रीमल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता है। वहीं इन्हें मल्लिकार्जुन यानी "फूलों का स्वामी" के नाम से भी जाना जाता है।

सावन विशेष : तीन पत्तियां ही नहीं, कई और तरह के होते हैं बेल पत्र, ‘सफेद’ का है खास महत्व

IANS | June 30, 2025 6:47 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भोलेनाथ को प्रिय सावन का पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू होने वाला है। उनके पूजन में बेल पत्र का खास महत्व है। महादेव की पूजा में अक्सर तीन पत्तियों वाले बेल पत्र को ही देखा जाता है। मगर कम ही लोग जानते हैं कि तीन ही नहीं, 6 और 21 पत्तियों वाले भी बिल्व पत्र होते हैं। शास्त्रों में इन पत्तियों का अलग-अलग महत्व है।

द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रथम सोमनाथ मंदिर, यहां कण-कण में केवल महादेव नहीं, भगवान कृष्ण का भी वास

IANS | June 30, 2025 6:15 PM

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। भारत के गुजरात के वेरावल के प्रभास पाटन में स्थित सोमनाथ बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रथम ज्योतिर्लिंग है और ये स्वयंभू हैं। सोमनाथ केवल महादेव के ज्योतिर्लिंग के लिए ही मशहूर नहीं है, लेकिन यह वही स्थान है, जहां भगवान श्रीकृष्ण ने प्राण त्यागा था।

इस्कॉन के वरिष्ठ संत ने पुरी रथ यात्रा में भक्तों के भोजन की व्यवस्था में अदाणी समूह के सहयोग की सराहना की

IANS | June 30, 2025 6:13 PM

पुरी, 30 जून (आईएएनएस)। इस्कॉन से जुड़े वरिष्ठ संत दीन गोपाल दास ने रथ यात्रा के दौरान पुरी में आने वाले हजारों भक्तों के लिए भोजन की व्यवस्था करने में अदाणी समूह के उदार सहयोग की सराहना की।