जिसको मानते थे अपना आदर्श, उसी के रिप्लेसमेंट के तौर पर इंडस्ट्री में मिली एंट्री, फिर क्या था उनके आवाज के फैलाव ने लोगों के दिलों को छू लिया
नई दिल्ली, 26 सितंबर (आईएएनएस)। हिंदी सिनेमा की एक ऐसी रूहानी आवाज जिनके सुरों में इतनी जान थी कि वह हर किसी के दिल को छू ले। एक ऐसी आवाज जिसके साथ सुबह की शुरुआत लोग आज भी करते हैं। जिनकी आवाज में भजन हो या फिर देशभक्ति गीत, एक बार कोई सुन ले तो वह मदहोश हो जाए। एक ऐसा फनकार जिनकी आवाज सुनकर मो. रफी ने कह दिया था कि 'हम दोनों साथ में गाने नहीं गाएंगे, क्योंकि हमारी आवाजें मिलती हैं।'