मरियप्पन थंगावेलु : अभाव पर हौसला और जिद भारी, जिनकी ऊंची छलांग ने लगा दी पदकों की झड़ी
नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है! अंतर्राष्ट्रीय हाई जंपर मरियप्पन थंगावेलु पर यह प्रेरणादायी वाक्य बिल्कुल सटीक बैठता है। महज 29 साल की उम्र में इस पैरा एथलीट ने खेल के सबसे बड़े मंच पर गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतकर सिर्फ देश का नाम ही रोशन नहीं किया है, बल्कि समाज की उस सोच को भी बदला है, जिसमें दिव्यांग लोगों को असहाय की दृष्टि से देखा जाता है।