प्राचीन प्रथाएं, वैज्ञानिक शक्ति : एक संत की बेस्टसेलर
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। प्राचीन भारतीय कलाओं और विज्ञानों पर आधारित आंतरिक सद्भाव और मन की शांति के लिए गहराई से तैयार की गई किताब पाठकों की पसंद के रूप में तेजी से उभर रही है।
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। प्राचीन भारतीय कलाओं और विज्ञानों पर आधारित आंतरिक सद्भाव और मन की शांति के लिए गहराई से तैयार की गई किताब पाठकों की पसंद के रूप में तेजी से उभर रही है।
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। छाछ न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि सेहत और सौंदर्य के लिए भी वरदान है। गर्मियों में शरीर को ठंडक देने से लेकर तनाव कम करने तक, छाछ के अनगिनत फायदे हैं। आइए, आसान भाषा में जानते हैं कि कैसे छाछ आपकी सेहत और खूबसूरती को निखार सकती है।
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। प्रकृति ने हमें कई ऐसे औषधीय पौधे दिए हैं जो बिना किसी नुकसान के हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं। आयुर्वेद में इन पौधों का विशेष महत्व बताया गया है। इन्हीं में से एक है निर्गुंडी। यह दिखने में छोटा सा पौधा है, लेकिन इसके गुण अद्भुत हैं। पुराने समय से लेकर आज तक लोग इस बूटी का घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि यह आसानी से मिल जाता है और इसका उपयोग करना भी सरल होता है।
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। कब्ज, एसिडिटी, और पेट की जलन की समस्या को दूर करने के लिए गुलकंद का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके साथ ही साथ नियमित तौर पर गुलकंद का सेवन करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। गुलाब की पंखुड़ियों और चीनी से मिलाकर इसे तैयार किया जाता है इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। तभी तो इसे आयुर्वेदिक टॉनिक का नाम दिया गया है। ऐसा टॉनिक जो तन और मन दोनों का खास ख्याल रखता है!
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। हींग एक ऐसी प्राकृतिक चीज है, जो खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों को ठीक करने में भी काम आती है। हींग में औषधीय गुण होते हैं जो पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे अपच, गैस और पेट दर्द में राहत देते हैं। हींग के उपयोग से खाना जल्दी पचता है और पेट में होने वाली सूजन कम होती है। इसके अलावा, यह सर्दी-खांसी और सांस की बीमारियों में भी फायदेमंद होती है। छोटी सी हींग, दादी-नानी की ऐसी 'दवा' है जो सेहत के लिए बहुत काम आती है।
नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। आयुर्वेद में बारिश के मौसम को स्वास्थ्य के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय माना जाता है। इस मौसम में ठंडक बढ़ जाती है। लोग इस मौसम का लुत्फ उठाने के लिए तेल से बने खाद्य पदार्थ ज्यादा खाते हैं। ऐसे में शरीर की पाचन शक्ति यानी अग्नि कमजोर हो जाती है। वहीं वातावरण में नमी बढ़ जाने से वात दोष बढ़ जाता है और शरीर में सूखापन, दर्द और बेचैनी हो सकती है। साथ ही पित्त दोष भी जमा होता है, जो हमारे शरीर की गर्मी और पाचन से जुड़ा होता है। इससे शरीर में गर्मी, जलन और पेट की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इस मौसम में सही आहार, सही दिनचर्या और सतर्कता बहुत जरूरी होती है ताकि शरीर स्वस्थ और संतुलित रह सके।
नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। चम्मच या कांटे के बजाय अगर हाथ से खाना खाया जाए तो यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। हाथ से खाना खाने वाले लोग शरीर के मोटापे को नियंत्रित करने में सफल होते हैं और उनमें पेट से संबंधित समस्याएं काफी कम पाई जाती हैं। आयुर्वेद में हाथ से खाना खाने के कई लाभकारी फायदों के बारे में बताया गया है।
नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने के लिए योग बहुत ही आसान और लाभकारी तरीका है। शरीर के हर हिस्से के लिए अलग-अलग योगासन होते हैं। रोज थोड़ा समय योग के लिए निकालने से न सिर्फ शरीर मजबूत होता है बल्कि दर्द, थकान, तनाव और बीमारी में भी आराम मिलता है। यह दवाइयों से बचने का एक अच्छा तरीका है। बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सभी योग कर सकते हैं। ऐसा ही एक आसन है- गरुड़ासन।
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) के तहत नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने के लिए दवा कंपनियों से आवेदन मांगे हैं।
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)। अर्द्धचक्रासन का अर्थ ही है आधा चक्र। शरीर को भी कुछ इस तरह से घुमाया जाता है जो देखने में आधा पहिया लगता है। इस आसन में शरीर आधे पहिए के आकार का प्रतीत होता है, इसलिए इसे 'अर्द्धचक्रासन' कहा जाता है। अंग्रेजी भाषा में इसे "हाफ व्हील पोज़" कहते हैं। इस क्रिया से रीढ़ की हड्डी लचीली और मांसपेशियां मजबूत बनी रहती हैं। फायदा इतना भर नहीं है, बल्कि ये मोटापे का भी काट है!