माइंडफुल ईटिंग : हर बाइट से शरीर और मन को पोषण, जानें क्या कहता है आयुर्वेद
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। आयुर्वेद में भोजन को सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि एक औषधि माना गया है। इसका मतलब है कि हम जो भी खाते हैं, वह हमारे शरीर, मन और आत्मा पर गहरा असर डालता है। अगर हम भोजन को समझदारी और सचेत होकर खाते हैं, तो यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा बनाए रखने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।