इरशाद कामिल: जिनके लिखे गीत कराते हैं जिंदगी का एहसास, इश्क वालों के लिए वरदान है उनके लफ्ज
नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। “लफ्ज के चेहरे नहीं होते, लफ्ज सिर्फ एहसास होता है”, अगर इन एहसासों को शब्दों में पिरो दिया जाए तो बनती है एक रचना, इन्हें जो भी सुने या पढ़े वो इसका कायल हो जाए। ऐसी ही महारत इस मॉर्डन युग में हासिल है इरशाद कामिल को। जिनकी कलम से एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों ऐसे गीत निकले, जो आपको इन्हीं एहसासों से रूबरू कराती हैं।