प्रसून जोशी, 'तारे जमीन पर लाने' वाला गीतकार जिसकी कैंची का खौफ बड़े बड़ों को

IANS | September 15, 2024 12:23 PM

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। गोविंद निहलानी हों, शाहरुख या फिर कंगना रनौत सब इंसानी रिश्तों को सहेजने की जुगत में भिड़े गीतकार, लेखक, क्रिएटर की कैंची से खौफ खाते हैं। कैंची जब चलती है तो संबंधों को तरजीह नहीं देती, ख्याल रखती है तो बस मोरल वैल्यूज यानि नैतिक मूल्यों का। इनका नाम है प्रसून जोशी। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जन्में प्रसून 16 सितंबर को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं।

जीपी सिप्पी जिनके 'शोले' का 'अंदाज' ऐसा कि पचास कोस ही नहीं हजारों मील तक बढ़ी 'शान'

IANS | September 14, 2024 9:14 AM

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के कराची से मायानगरी में एक शख्स परिवार समेत आया। वकालत की डिग्री के साथ। जहीन शख्स। बिजनेस करना बखूबी जानता था बस फिर क्या था अपनी जमीनों पर बनाने लगा फ्लैट। उस दौर में लीक से हटके सोच। जनाब ये तो शुरुआत भर थी। शख्स ने अपनी जिंदगी में कई खूबसूरत एक्सपेरिमेंट किए। एक फली मिस्त्री साहब थे उनसे दोस्ती गांठी तो फिल्म बनाने का आईडिया भी आया। इस एक आईडिया ने उस दौर में बदल दी दुनिया और बना डाली फिल्म 'सजा'। एक्टर भी धाकड़ चुने द एवरग्रीन स्टार देव आनंद और नशीली आंखों वाली निम्मी। फिल्म चल पड़ी और इस तरह गोपालदास परमानंद सिपाहीमलानी यानि जीपी सिप्पी की फिल्मी गाड़ी ने भी रफ्तार पकड़ ली।

राजकुमार कोहली : बॉलीवुड को दिया मल्टी-स्टारर और हॉरर फिल्मों का कॉन्सेप्ट

IANS | September 14, 2024 12:00 AM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय फिल्म उद्योग में राजकुमार कोहली एक ऐसा नाम है, जो अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। एक सफल फिल्म निर्माता और निर्देशक, जिन्होंने करियर में कई ऐसी फिल्में दी, जो आज भी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए हैं। कोहली ने 1970 और 80 के दशक में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी और बॉलीवुड में अपनी खास जगह बनाई।

कभी आरजे रहे आयुमान खुराना ने जब अपनी मेहनत से अपना पूरा करियर ही बदल डाला

IANS | September 13, 2024 8:21 PM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। साल 2019 में एकता कपूर के बैनर तले एक फिल्म आई थी। फिल्म का नाम था ‘ड्रीम गर्ल’। फिल्म का निर्देशन किया था राज शांडिल्य ने।

'सेक्टर 36' - एक फिल्म जो वर्षों तक चर्चा में रहेगी!

IANS | September 13, 2024 6:26 PM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। विक्रांत मैसी और दीपक डोबरियाल अभिनीत एक मनोरंजक, डार्क क्राइम थ्रिलर 'सेक्टर 36' आखिरकार नेटफ्लिक्स पर आ गई है। सच्ची घटनाओं पर आधारित इस फिल्म में उत्तर भारत की एक झुग्गी बस्ती से कई बच्चों के लापता होने के लिए जिम्मेदार एक सीरियल किलर की खोज की कहानी दिखाई गई है।

इतना आसान तो नहीं था 'गंगा' बनना, प्यार में हारी और फिर कैंसर को हराया

IANS | September 13, 2024 2:06 PM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। 'परदेस' में गंगा यानि वह पवित्रता जिसको संजोए भारत आज भी दुनिया को एक संदेश देता है- 1997 में फिल्म 'परदेस' में गंगा के किरदार के जरिए देने की सुभाष घई ने कोशिश की थी। फिल्म रिलीज हुई तो हिंदी सिनेमा के पर्दे पर बादशाह शाहरुख खान दिखे लेकिन उनके साथ जो पर्दे पर सह-कलाकार नजर आईं उसकी खूबसूरती ने सबको हैरान कर दिया। चेहरे पर वही गंगा जैसी पवित्रता, किरदार का भी पर्दे पर वही नाम और फिल्म के पोस्टर पर जो नाम अंकित था वह था महिमा चौधरी।

कविता की महफिल से मुंबई नगरिया तक जिनके कलमों ने लोगों को चखाया 'बनारसी पान' का स्वाद

IANS | September 13, 2024 10:58 AM

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। कविता शौक़ के लिए लिखी जाए तो डायरी के पन्नों में कहीं दबकर दम तोड़ देती है। लेकिन, यही कविता जब डायरी के पन्नों से निकलकर संगीत की सरिता से जुड़ फिजाओं में बह निकले तो फिर कहना ही क्या। लोगों को इसी तरह लालजी पाण्डेय ने अपनी कविता से खूब रिझाया। कविताओं में भोजपुरी और पूर्वांचल की मिठास घोले शब्द जब उन्होंने पन्नों पर उकेरे तो सुनने वालों ने इसका खूब मजा लिया।

फैंस के दिलों पर राज करते थे एक्टर रंजन, जानें उनकी आकस्मिक मौत और अदृश्य 'दैवीय शक्तियों' का रहस्य?

IANS | September 12, 2024 12:00 PM

नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। साल 1959 में सिनेमाघरों में एक फिल्म रिलीज हुई, जिसका नाम था मदारी। इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया बल्कि इसके गानों को भी दर्शकों ने खूब सराहा। इसमें मुख्य भूमिका में नजर आने वाले एक्टर रंजन (रामनारायण वेंकटरमण शर्मा) को उनकी अदाकारी के लिए खूब पसंद किया गया था, लेकिन उनकी अचानक हुई मौत ने फैंस को झकझोर दिया।

जयकिशन: दोस्तों के बीच 'अमेरिकन लेडी' और मिजाज से रोमांटिक इस संगीतकार ने अपनी धुनों से हिंदी सिनेमा का स्वर्ण युग तैयार किया

IANS | September 12, 2024 9:28 AM

नई दिल्ली, 12 सितंबर(आईएएनएस)। 'अकेले-अकेले कहां जा रहे हो', 'तुमने पुकारा और हम चले आए', 'हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं', 'दीवाने का नाम ना पूछो', 'इस रंग बदलती दुनिया में', 'प्यार हुआ इकरार हुआ', 'बोल राधा बोल', 'तेरा जाना दिल के अरमानों का लूट जाना', 'तुम्हें याद करते-करते', 'पर्दे में रहने दो', 'अजीब दास्तां है ये', 'पान खाये सैयां हमारो', 'कहता है जोकर सारा जमाना', 'चल संन्यासी मंदिर में','एहसान तेरा होगा मुझ पर' ये उस दौर के गाने हैं जब हिंदी सिनेमा का स्वर्ण युग चल रहा था। यानि हिंदी सिनेमा में 50 और 60 का दशक। फिल्मों के गाने ऐसे जिसे 6 दशक बीत जाने के बाद भी आज आप सुनेंगे तो गुनगुनाने पर मजबूर हो जाएंगे।

चंद्रधर शर्मा गुलेरी : रोमियो-जूलियट के फैन भी 'उसने कहा था' पर फिदा

IANS | September 12, 2024 8:48 AM

नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। प्रसिद्ध लेखक चंद्रधर शर्मा गुलेरी ने अपने शब्दों की कारीगरी से लोगों के दिलों पर राज किया। साथ ही हिंदी सहित्य में अपनी एक अलग छाप छोड़ी।