संस्कृत : वैज्ञानिक भाषा और भावी पीढ़ी के लिए आशीर्वाद
मेलबर्न, 7 मार्च (आईएएनएस)। बीएपीएस (बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामिनारायण संस्था) द्वारा संस्कृत का वैश्विक गौरव बढ़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया में 1400 से अधिक बाल-किशोरों द्वारा सत्संगदीक्षा और सिद्धांत कारिका का मुखपाठ किया गया है। बीएपीएस संस्था प्रारंभ से ही संस्कृत के अध्ययन और इसके महत्व को बढ़ावा देती आई है। यह संस्था न केवल आध्यात्मिक मार्ग का अनुसरण करती है, बल्कि युवा पीढ़ी को शाश्वत मूल्यों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।