शिवाजी सावंत: जिनके पहले ही उपन्यास ‘मृत्युंजय’ ने रचा कीर्तिमान, अंगराज कर्ण की कहानी बयां कर हो गए अमर

IANS | August 31, 2024 2:13 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। महाभारत का कर्ण कुछ अलग ही था। सूर्य कवच और कुंडल वाला महा दानवीर जिसने जीवन में बहुत कुछ सहा। जो कुंती के परित्यक्त पुत्र ने सहा उसकी गाथा को शिवाजी सांवत ने एक उपन्यास का आकार दे दिया। मराठी कृति का कई भाषाओं में अनुवाद हुआ और आज भी साहित्य जगत में 'मृत्युजंय' का खास दखल है।

शख्सियत शानदार : कश्मीर के दर्द को शब्दों में समेट दुनिया के सामने रखने वाले कलमनवीस जाकिर

IANS | August 31, 2024 9:35 AM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। इंसान आदिकाल से अपने मन की बात कहने को आतुर रहा है। इसके लिए उसने कभी चित्र बनाए, कभी कलम के भाव कागज पर रचे, तो कभी दीन-दुखियों की सेवा की। मन की व्याकुलता और संवदेनशीलता तब खूब पनपती है, जब उसे शांत और व्यवस्थित माहौल मिले। मन के ऐसे ही एक तरंग का नाम है, कश्मीरी लाल जाकिर। जिनकी कलम में दम था और समाज के लिए कुछ करने की ख्वाहिश भी खूब थी।

जयंती विशेष: भगवतीचरण वर्मा जिन्होंने पाप-पुण्य को आधार बना रच डाली ‘चित्रलेखा’

IANS | August 30, 2024 9:07 AM

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। ‘पाप क्या, पुण्य क्या? ’ इस भेद को जानने की कोशिश करते शिष्य विशालदेव-श्वेतांक और उनके सवालों का उत्तर देते महाप्रभु रत्नाम्बर... उपन्यास पहली पंक्ति ही पाठक को मोहपाश में बांध देती है। फिर कई पात्र आते हैं जो अंत तक पाप-पुण्य की खोज करते रहते हैं और इसी तलाश का सार है 'चित्रलेखा'। कालजयी कृति जिसकी रचना की हिंदी जगत के नामी साहित्यकार भगवतीचरण वर्मा ने।

स्मृति शेष : पत्रकारिता के पितामह, हर किरदार में कुलदीप नैयर रहे दमदार

IANS | August 23, 2024 8:46 AM

नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। आज किसी दल के विरोध का मतलब उसके नेता से लेकर कार्यकर्ता तक आपके विरोधी हो जाएंगे। एक शख्सियत ऐसी रही, जिसके विरोध ने भी राजनीतिक दलों के दिल में उनके लिए नफरत को जगह नहीं दी।

हरिशंकर परसाई : गाय का 'धर्म' और राजनीति का 'मर्म' समझाने वाले व्यंग्यकार

IANS | August 22, 2024 9:44 AM

नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। स्टैंडअप कॉमेडी का जादू आज के युवाओं के सिर चढ़कर बोलता है। हरिशंकर परसाई होते तो इस स्टैंडअप कॉमेडी में हंसी-मजाक और क्राउड वर्क के नाम पर जारी अश्लीलता पर जरूर सवालिया निशान लगाते।

त्रिलोचन शास्त्री : समाज की नब्ज समझने वाला कवि, जिन्होंने शेक्सपीयर और मिल्टन को भी पीछे छोड़ दिया

IANS | August 20, 2024 10:47 AM

नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। 'हमेशा पुरानी पीढ़ी नई पीढ़ी से निराश रही है। नई पीढ़ी भी पुरानी पीढ़ी बनकर निराश होती रही है।' अरसे पहले कवि त्रिलोचन की इन बातों से आज के दौर के लोग जरूर इत्तेफाक रखते होंगे।

15 अगस्त के ऐतिहासिक दिन पर जन्मीं महान शख्सियत, जिनका समाज पर पड़ा प्रभाव

IANS | August 14, 2024 9:17 PM

नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। 15 अगस्त भारतीय इतिहास के एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। इस दिन की ऐतिहासिकता को केवल स्वतंत्रता संग्राम तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता, बल्कि यह दिन कई महान शख्सियतों के जन्मदिन के रूप में भी याद किया जाता है। आइए जानें कि इस दिन कौन-कौन सी प्रमुख हस्तियां जन्मीं थीं और उनके योगदान ने समाज पर कैसे असर डाला।

बर्थडे स्पेशल : इंदिरा गांधी का विरोध करने पर आपातकाल में गए थे जेल, कुलदीप नैयर को वीपी सिंह से मिला था बड़ा ईनाम

IANS | August 14, 2024 12:57 PM

नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय पत्रकारिता की जब बात होती है तो सबसे पहला नाम जहन में कुलदीप नैयर का आता है। कुलदीप नैयर देश के जाने-माने पत्रकार और लेखक थे। उन्होंने इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल का विरोध किया था। यही नहीं, उन्होंने प्रेस की आजादी और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा आवाज उठाई।

ब्रिटिश सरकार ने मुंशी प्रेमचंद की इस रचना पर लगाया था बैन, ऐसे मिला उपन्यास सम्राट का नाम

IANS | July 31, 2024 10:26 AM

नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। देश और दुनिया में जब-जब हिंदी साहित्य की बात होगी तो जहन में सबसे पहला नाम मुंशी प्रेमचंद का आएगा। उन्होंने अपने उपन्यास से न सिर्फ समाज को जागरूक करने का काम किया बल्कि अपने लेखन से हिंदी भाषा को भी नई दिशा दी।

सीबीएसई 10वीं रिजल्ट : जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय रहे अव्वल

IANS | May 13, 2024 4:17 PM

नई दिल्ली, 13 मई (आईएएनएस)। सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट आ गया है। इस बार सीबीएसई परीक्षा में कुल 22 लाख 38 हजार 827 बच्चे शामिल हुए थे, जिनमें से 93.60 प्रतिशत पास हुए हैं। बोर्ड के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 0.48 फीसदी अधिक बच्चे पास हुए हैं।