जासूसी कांड : ज्योति मल्होत्रा को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया, पिता ने सरकारी वकील मांगा

जासूसी कांड : ज्योति मल्होत्रा को चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया, पिता ने सरकारी वकील मांगा

हिसार, 22 मई (आईएएनएस)। जासूसी कांड में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया। उसकी पांच दिनों की पुलिस रिमांड खत्म होने वाली थी, जिस वजह से उसे कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट ले जाया गया, जहां कोर्ट ने फिर से उसे चार दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया।

'ऑपरेशन सिंदूर' साहसिक फैसला, आतंकवाद पर करारा प्रहार : आचार्य प्रमोद कृष्णम

May 22, 2025 6:11 PM

संभल, 22 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की नीति को एक बार फिर स्पष्ट किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो लोग मांग का सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें हमने मिट्टी में मिला दिया। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी के इस बयान की सराहना की।

मदर्स डे विशेष: मां के किरदार में खूब पसंद की गईं फरीदा जलाल समेत ये अभिनेत्रियां

May 8, 2025 2:56 PM

मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। मां के प्रेम और ताकत की बात असल जिंदगी में हो या फिल्मों में, हर जगह उसकी खूबसूरती अपनी चमक बिखेरने में कामयाब होती है। फिल्म इंडस्ट्री में बीते जमाने की ऐसी कई अभिनेत्रियां रहीं, जिन्होंने बड़े पर्दे पर मां का किरदार निभाकर ख्याति हासिल की। आज भी बरसों पुरानी फिल्मों को देखकर दर्शक बोल पड़ते हैं, ‘मां तो मां होती है...’

  • खुद को समझने के लिए ब्रेन मैपिंग का बढ़ा चलन, जानें क्या हैं इसके फायदे

    May 8, 2025 9:16 AM

    मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। आज के समय में लोग खुद को समझना चाहते हैं, वे जानना चाहते हैं कि उन्हें गुस्सा क्यों आता है, तनाव क्यों होता है या बार-बार मन में उदासी क्यों छा जाती है? ऐसे में ब्रेन मैपिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जो हमारे दिमाग के अलग-अलग हिस्सों को स्कैन करके बताती है कि हम क्या महसूस कर रहे हैं और क्यों? इससे हमें अपनी भावनाओं को बेहतर समझने में मदद मिलती है। जो बातें हम खुद नहीं समझ पाते, वो ब्रेन मैपिंग बता देती है। हाल ही में मशहूर अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने भी ब्रेन मैपिंग सेशन लिया था, जिसका अनुभव उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

  • 'भारत स्टार्टअप यात्रा' में आपका स्वागत है, 'जहां विचार हाईवे पर चलते हैं और सपने इंजन को ईंधन देते हैं'

    May 5, 2025 1:51 PM

    नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। छोटे शहरों में भी नवाचार केंद्रों की चमक में एक शांत क्रांति हो रही है। फिल्म निर्माता और अभिनेता शशि वर्मा की नई निर्देशकीय प्रोजेक्ट 'भारत स्टार्टअप यात्रा' देश के अगले बड़े परिवर्तन को लेकर एक बड़ा सिनेमाई अभियान है।

  • समय के साथ भारतीय सिनेमा में बढ़ेगा टेक्नोलॉजी का समावेश : इजरायली एक्टर अकी अवनी

    May 1, 2025 6:13 PM

    मुंबई, 1 मई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार को शुरू हुए 'वेव्स' सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से आए कलाकारों और अन्य मेहमानों ने आयोजन की तारीफ की। उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग की सराहना की। साथ ही इजरायली एक्टर अकी अवनी ने कहा कि आने वाले समय में भारतीय सिनेमा में भी टेक्नोलॉजी का समावेश बढ़ेगा।

May 22, 2025 3:01 PM

आतंक का फन कुचलने की यही नीति है, यही रीति है – PM Modi

बीकानेर ( राजस्थान ) – पीएम मोदी ने राजस्थान के बीकानेर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक कविता पढ़ी। पीएम ने कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे उन्हें मिट्टी में मिलाया है, जो हिंदुस्तान का लहू बहाते थे आज कतरे-कतरे का हिसाब चुकाया है। जो सोचते थे भारत चुप रहेगा आज आज वो घरों में दुबके पड़े हैं। जो अपने हथियारों पर घमंड करते थे वो आज मलबे के ढेर में दबे हुए हैं। ये शोध, प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये ऑपरेशन सिंदूर है । ये सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समर्थ भारत का रौद्र रूप है ये भारत का नया स्वरूप है । पहले घर में घुसकर किया था वार, अब सीधा सीने पर किया प्रहार है , आतंक का फन कुचलने की यही नीति है, यही रीति है, यही भारत है नया भारत है।

ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को एक 'मलाल', बोलीं- पीएम मोदी क्यों नहीं थे हमारे वक्त, होते तो चुनौतियां आसान लगतीं

May 20, 2025 2:23 PM

नई दिल्ली, 20 मई (आईएएनएस)। भारत की प्रथम महिला ओलंपिक पदक विजेता कर्णम मल्लेश्वरी को एक मलाल है। वो ये कि उनके वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों सत्ता की बागडोर नहीं संभाल रहे थे। मल्लेश्वरी ने कहा, "मुझे पीएम मोदी से ईर्ष्या होती है। ईर्ष्या इस बात की कि आखिर वो हमारे समय में क्यों नहीं थे? काश! अगर वो हमारे समय में होते, तो जिन चुनौतियों का सामना हमें करना पड़ा था, वो शायद नहीं करना पड़ता।"