वाह उस्ताद : दिल्ली घराने की धड़कन, जिनके सुरों में बसी शहर की आत्मा (स्मृति शेष)
नई दिल्ली, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली का नाम आते ही दाग देहलवी, मिर्जा गालिब समेत कई शायरों के साथ ही कवि और लेखक दिमाग में घूमने लगते हैं। इसके समानांतर इकबाल अहमद खान ने एक लकीर खींची, जो दिल्ली घराने के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक थे। उनके अलाप में एक तरह से दिल्ली का दिल धड़कता था, तो दूसरी तरफ तबले की तिरकट के साथ उनकी आवाज के उतार-चढ़ाव की जुंबिश भारतीय संस्कृति के हर चटक रंग को फिजा में उड़ेलती थी।