जयंती विशेष : धातु विज्ञान के लिए दुनिया में प्रसिद्धी, वीएसएससी के पहले निदेशक बने
नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। कल्पना कीजिए एक वह दौर, जब भारत विज्ञान की उभरती किरण था, तब कोई था, जिसने विज्ञान और देशप्रेम की लौ को अपने भीतर चिंगारी बनाकर रखा। आज अगर भारत चांद पर झंडा फहराता है और मंगल तक पहुंच जाता है, तो उस सफर की बुनियाद में डॉ. ब्रह्म प्रकाश जैसे महानायक ही हैं। जन्म जयंती विशेष में कहानी डॉ. ब्रह्म प्रकाश की।