दलितों के नेता कांशीराम, जिन्होंने 'चमचा युग' किताब लिखकर खोल दी थी राजनेताओं की पोल
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। 80 के दशक में एक किताब बाजार में आई, जिसने न केवल भारतीय राजनीति में दलितों के पहलुओं पर बात की, बल्कि कई दलित नेताओं की पोल को भी खोलकर रख दिया। इस किताब में जिस शब्द का सबसे अधिक बार इस्तेमाल किया गया वह था ‘चमचा’, किताब का नाम था ‘चमचा युग’ और इसे लिखा था बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के संस्थापक कांशीराम ने।