भगवती चरण वर्मा : जीवन के 'चित्र' पर अपने लेख की अमिट छाप छोड़ने वाले "चित्रलेखा" के सृजनहार

IANS | October 4, 2024 12:43 PM

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। जब हिंदी साहित्य में नवीनता और मौलिकता की धारा बह रही थी। उसी धारा के प्रवाह में एक ऐसा नाम उभरा जिसने शब्दों को जीवन दिया और भावनाओं को अमर कर दिया। भगवती चरण वर्मा, जो अपने युग की धड़कन को सुनते और अपने साहित्य में जीवन के गहरे अनुभवों को संजोते थे। उनका लेखन, चाहे वह उपन्यास हो या काव्य, समाज की सच्चाइयों का आईना था।

सितंबर में 11 प्रतिशत महंगी हुई शाकाहारी थाली, मांसाहारी थाली के घटे दाम

IANS | October 4, 2024 12:39 PM

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस) । घर में पकाई जाने वाली शाकाहारी थाली की कीमत सितंबर में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़ गई, जबकि मांसाहारी थाली 2 प्रतिशत सस्ती हुई है। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

पिता की ही तरह फंतासी दुनिया रचने में माहिर थे दुर्गा प्रसाद खत्री, बाबू देवकीनंदन की विरासत को खूबसूरती से सहेजा

IANS | October 4, 2024 11:23 AM

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। 'बापे पूत परापत घोड़ा बहुत नहीं तो थोड़ा थोड़ा'...रोहतास मठ जैसा उपन्यास रचने वाले दुर्गा प्रसाद खत्री ने इस कहावत को चरितार्थ भी किया। जिस शख्स के पिता फंतासी दुनिया की सैर कराती चंद्राकांता जैसी कृति गढ़ने वाले हों भला वो कैसे पीछे रहते। उन्होंने भी कहानियां रची, उपन्यास लिख डाले जिनमें ऐयारी, तिलिस्म, साइंस फिक्शन, देशभक्ति के कण थे। 5 अक्टूबर को इनकी पुण्यतिथि है।

कस्तूरी बाई : वो कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश हित के लिए समर्पित किया जीवन

IANS | October 3, 2024 11:20 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। छायावाद युग के कवि माखनलाल चतुर्वेदी, जिनकी रचनाओं ने ना केवल प्रकृति-प्रेम को स्याही से पिरोने का काम किया बल्कि उनकी रचनाएं देश प्रेम का संगम बनीं। इस नाम को हर कोई जानता है, लेकिन उन्हीं के घर से देश को एक ऐसी कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी भी मिली, जिनके बारे में हर कोई नहीं जानता।

अंबा हल्दी मतलब गुणों का खजाना, आप भी करें डाइट में शामिल

IANS | October 3, 2024 10:01 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। जब भी किसी को कोई मामूली चोट लगती है तो उसे हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। दादी-नानी के नुस्खे में यह बेहद ही खास और दमदार है।

दिल्ली की रामलीला को अयोध्या शोध संस्थान ने माना सबसे बेहतर

IANS | October 3, 2024 9:21 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली की एक रामलीला ऐसी है जो न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में ख्याति अर्जित कर रही है। 'श्रीराम भारतीय कला केंद्र' (एसबीकेके) में होने वाली यह रामलीला 'श्री राम' 1957 में शुरू हुई थी। इसे अयोध्या शोध संस्थान ने रामायण का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन माना है।

कब हुई थी विश्व पशु कल्याण दिवस की शुरुआत? क्यों मनाया जाता है यह दिन

IANS | October 3, 2024 9:16 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। कहते हैं कि मनुष्य से अधिक प्रेम पशु, पक्षियों और पौधों में दिखाई पड़ता है, जिनके पास ना कोई संस्कृति है और ना कोई धर्म है। लेकिन, कहीं ना कहीं पशुओं का कल्याण इंसानों पर ही निर्भर होता है। इसलिए इंसान और पशु के बीच का रिश्ता बहुत खास तब बन पाता है, जब वह पशुओं के संरक्षण के लिए भी कदम उठाए।

कौन हैं जूलियन असांजे, जिनके बनाए विकीलीक्स ने अमेरिका की राजनीति में ला दिया था भूचाल

IANS | October 3, 2024 8:31 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। 21वीं सदी में हर किसी के लिए प्राइवेसी इंपोर्टेंट हैं। हर शख्स चाहता है कि उसका डाटा सुरक्षित रहे, मगर सबसे बड़ी समस्या उस समय आती है, जब डाटा लीक हो जाता है। ऐसा ही कुछ उस समय देखने को मिला था, जब विकिलीक्स नाम की वेबसाइट पर महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आनी लगीं। यह जानकारी कोई मामूली नहीं थी, बल्कि सेना से जुड़ी हुई थीं।

जेल की काली कोठरी से राजनीति के गलियारों तक हर क्षण बेदाग रहे 'आज़ाद'

गंगेश ठाकुर | October 3, 2024 7:56 PM

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। झारखंड के गोड्डा जिले के मेहरमा प्रखंड स्थित एक गांव पड़ता है, नाम है कसबा। गांव छोटा नहीं है लेकिन, विकास की बयार से ज्यादा इस गांव को शिक्षा और सामाजिक शुचिता ने बड़ा बना दिया। इसी गांव की मिट्टी में पैदा हुआ एक बच्चा भागवत झा, कौन जानता था कि वह एक दिन इस देश की आजादी के लिए अंग्रेजों की लाठियां खाएगा, जेल की यातनाएं सहेगा। फिर आजादी के बाद जब देश को एक नेतृत्व की जरूरत होगी, खासकर उसके प्रदेश को तो वह राजनीति की काल कोठरी में कदम तो रखेगा, लेकिन बेदाग निकल आएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान से मथुरा हुई स्वच्छ : स्थानीय निवासी

IANS | October 3, 2024 7:45 PM

मथुरा, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में गांधी जयंती के मौके पर जब हाथों में झाड़ू थामा तो विपक्ष ने कई सवाल खड़े कर दिए। लेकिन, प्रधानमंत्री रुके नहीं। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर देशभर के लोगों को इस अभियान से जुड़ने के लिए अपील की।