22 जुलाई 1947 : वो ऐतिहासिक दिन, जब 'तिरंगा' बना भारत की आन, बान और शान
नई दिल्ली, 21 जुलाई (आईएएनएस)। 'तिरंगा' शब्द सुनते ही न केवल देशभक्ति, एकता और बलिदान की भावना जागृत होती है, बल्कि इस नाम की अपने आप में एक गौरवमयी गाथा भी है। यह वह प्रतीक है, जिसके लिए 'मां भारती' के अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी और आजादी के सपने को साकार किया। 22 जुलाई, 1947, ये वो तारीख है, जब संविधान सभा द्वारा तिरंगे को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया। यह दिन हर भारतीय के लिए तिरंगे के सम्मान और इसके महत्व को गहराई से समझने का अवसर है।