नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने संसद में एक लिखित जवाब में बताया कि देश के कुल 19.36 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 15.67 करोड़ यानी 80.93 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों के घरों में नल के पानी की सप्लाई हो रही है।
राज्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन (जेजेएम) - हर घर जल के तहत, अगस्त 2019 में मिशन के कार्यान्वयन के बाद से, 15 जुलाई, 2025 तक लगभग 12.43 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण परिवारों को नल के पानी के कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
राज्य मंत्री ने कहा कि मिशन की शुरुआत में केवल 3.23 करोड़ (16.7 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के पास नल के पानी के कनेक्शन होने की जानकारी थी।
उन्होंने कहा कि इस मिशन की शुरुआत देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के पानी के कनेक्शन के माध्यम से नियमित और दीर्घकालिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में निर्धारित गुणवत्ता वाला पीने योग्य पानी सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।
राज्य मंत्री सोमन्ना ने कहा कि परिणामों की निगरानी के लिए, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, मानक सांख्यिकीय नमूने के आधार पर एक स्वतंत्र थर्ड पार्टी एजेंसी के माध्यम से मिशन के तहत प्रदान किए गए घरेलू नल जल कनेक्शनों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन करता है।
राज्य मंत्री ने कहा, "कार्यक्षमता मूल्यांकन 2022 के दौरान, यह पाया गया कि 86 प्रतिशत घरों (परिवारों) में वर्किंग नल कनेक्शन थे। इनमें से 85 प्रतिशत को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा था, 80 प्रतिशत को उनकी पाइप जलापूर्ति योजना के लिए निर्धारित जल आपूर्ति अनुसूची के अनुसार नियमित रूप से पानी मिल रहा था और 87 प्रतिशत घरों को निर्धारित जल गुणवत्ता मानकों के अनुसार पानी मिल रहा था।"
राज्य मंत्री सोमन्ना ने कहा कि मिशन के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, केंद्र सरकार संबंधित राज्य सरकारों के साथ कार्यान्वयन की नियमित समीक्षा कर रही है।
राज्य मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा, "उच्चतम स्तर पर समीक्षा बैठकें, सम्मेलन, कार्यशालाएं और वीडियो कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाती हैं, जिनमें राज्यों को समयबद्ध तरीके से लक्ष्य प्राप्त करने के लिए योजना बनाने और कार्यान्वयन में तेजी लाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, राष्ट्रीय जल जीवन मिशन (एनजेजेएम) टीम द्वारा मिशन के शीघ्र कार्यान्वयन में राज्यों का सहयोग करने के लिए क्षेत्रीय दौरे भी किए जाते हैं।"
--आईएएनएस
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