प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से सशक्त हुए नीमच के विष्णु सेन, व्यवसाय का किया विस्तार

IANS | April 18, 2025 11:37 AM

नीमच, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत की पारंपरिक कला और शिल्प को बढ़ावा देने वाली प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अब देश के कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में बदलाव ला रही है। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक हुनर को संरक्षित करना और इससे जुड़े लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना है।

पोषक तत्वों से भरपूर हरी मिर्च, भोजन का बढ़ाए स्वाद तो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

IANS | April 18, 2025 11:25 AM

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। साहित्यकार हजारी प्रसाद द्विवेदी ने अपने निबंध ‘अशोक के फूल’ में कहा है, “मिर्च बिना, जिंदगी में स्वाद नहीं…” वहीं, आयुर्वेद कहता है कि औषधीय गुणों से भरपूर मिर्च केवल भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है। मिर्च के सेवन से अनेकों लाभ मिलते हैं।

प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे साल का प्लान, यमुना भी होगी साफः सीएम रेखा गुप्ता (आईएएनएस साक्षात्कार)

IANS | April 18, 2025 10:20 AM

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इन दिनों एक्शन में नजर आ रही हैं। स्कूल में फीस बढ़ोतरी का मुद्दा, यमुना की सफाई, दिल्ली में पानी और बिजली सप्लाई जैसे अहम मुद्दों को लेकर वह काफी एक्टिव हैं। इन्हीं सब मुद्दों पर सीएम रेखा गुप्ता ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत की।

काशी का नाग कूप, पाताल लोक से है सीधा कनेक्शन, पूजन से दूर होते हैं कालसर्प-वास्तु दोष

IANS | April 17, 2025 12:57 PM

वाराणसी, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। “गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंगतुंगमालिकाम्‌…” रावण की रचना ‘शिव तांडव’ में भोलेनाथ के अद्वितीय रूप का वर्णन है। बाबा अपने गले में सर्पों का हार पहने हैं... जहां-जहां भोलेनाथ, वहां-वहां उनके परम भक्त नाग देव। ऐसे में भला शिव की निराली नगरी काशी की बात कैसे न की जाए। जहां एक तरफ संकरी गलियों में सहजता से चलते सांड मिल जाएंगे, तो वहीं दूसरी ओर धर्मनगरी में स्थित है नाग कूप, जिसका द्वार सीधा नागलोक में खुलता है।

महिलाओं का दोस्त है ‘सौ जड़ों वाला पौधा’ शतावरी

IANS | April 17, 2025 11:00 AM

नई दिल्ली, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। कोमल और चमकती छोटी-छोटी नुकीली शतावरी की झाड़ीदार लताएं घर और बगीचे की खूबसूरती में अक्सर चार चांद लगाती दिख जाती हैं। ‘सौ जड़ों वाला पौधा’ शतावरी का आयुर्वेद में खासा स्थान है। आयुर्वेदाचार्य इसे महिलाओं की शारीरिक समस्याओं को दूर करने वाला बताते हैं।

वित्त वर्ष 2024-25 में जीईएम से 1.3 करोड़ लोगों को मिला इंश्योरेंस कवर

IANS | April 16, 2025 1:39 PM

नई दिल्ली, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (जीईएम) ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 1.3 करोड़ से अधिक लोगों को इंश्योरेंस की सुविधा प्रदान की है। इसमें हेल्थ, लाइफ और पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी कवर शामिल हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।

शिव की काशी पर मोहित हो गई थीं 64 योगिनियां, यहीं बस गईं, अब चौसट्टी देवी के रूप में होती है पूजा

IANS | April 16, 2025 1:25 PM

वाराणसी, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। “देखी तुमरी काशी, जहां विराजैं विश्वनाथ विश्वेश्वरजी अविनाशी…” हिंदी साहित्यकार भारतेन्दू हरिश्चंद्र की यह कविता काशी की सुंदरता का उल्लेख करती है। इसी सुंदरता और निरालेपन को देखने के लिए हर साल 10 करोड़ से ज्यादा पर्यटक शिवनगरी पहुंचते हैं। धार्मिक ग्रंथ बताते हैं कि 64 योगिनियां भी काशी आई थीं। मगर, उन्हें यह नगरी इतनी प्रिय लगी कि वे यहीं पर रह गईं। माता की चौसट्टी देवी के रूप में पूजा होती है।

जानकर चौंक जाएंगे आप! ब्रश से ज्यादा क्यों बेहतर है आयुर्वेद में वर्णित दातुन, किस महीने में करें कौन सा दातुन

IANS | April 16, 2025 11:34 AM

नई दिल्ली, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। "दन्तविशोधनम् गन्धम् वैरस्यम् च निहन्ति, जिह्वादन्त, आस्यजम् मलम् निष्कृष्य सद्यः रुचिम् आधत्ते।" महर्षि वाग्भट के अष्टांग हृदयम में यह श्लोक वर्णित है, जिसका अर्थ है "दांतों की सफाई से दुर्गंध दूर होती है, जीभ, दांत से गंदगी दूर होती है और स्वाद में सुधार आता है। दांतों की सफाई के साथ पूरे शरीर के लिए दातुन को फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए समय भी निर्धारित है।

व्हाइट से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है ब्राउन राइस, जानते हैं क्यों?

IANS | April 14, 2025 4:08 PM

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। आर्सेनिक एक ऐसा रासायनिक तत्व है जो इंसानी शरीर के लिए जहर है। यह दिमाग और दिल पर नकारात्मक असर डालता है। एक नई शोध बताती है कि ब्राउन राइस में विषैले रसायन की मात्रा 50 फीसदी से अधिक होती है, इसलिए सेवन करने से पहले ऐहतियात बरतनी चाहिए। लेकिन आखिर ऐसा होता क्यों है? क्यों इसमें जहरीले तत्व की मात्रा ज्यादा होती है? रिसर्च रिपोर्ट इसका भी खुलासा करती है।

सतुआ संक्रांति: सत्तू के दान से प्रसन्न होते हैं देव, तृप्त होते हैं पूर्वज

IANS | April 14, 2025 12:18 PM

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। सतुआन या सतुआ संक्रांति हिंदू धर्म में वह दिन है, जब घड़ा, पंखा, सत्तू और ठंडे फलों को दान कर लोग ढेरों पुण्य कमाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन दान करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और पूर्वजों की आत्मा तृप्त होती है।