रितुपर्णो घोष: पर्दे पर 'समलैंगिकता को दर्शाने वाले जादूगर', नहीं कर पाए पूरे अपनी जिंदगी के पचास साल
मुंबई, 30 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय सिनेमा की दुनिया में कुछ सितारे ऐसे हैं, जो अपनी कला के साथ-साथ अपने विचारों और जज्बातों के लिए याद रखे जाते हैं। रितुपर्णो घोष उन खास नामों में से एक थे, जिन्होंने न केवल बेहतरीन फिल्में बनाईं, बल्कि अपनी व्यक्तिगत पहचान को लेकर भी समाज के बंधनों को तोड़ा। वे भारतीय सिनेमा के पहले कलाकार थे, जिन्होंने अपनी समलैंगिक पहचान को पूरी हिम्मत और बेबाकी से स्वीकार किया और एलजीबीटीक्यू समुदाय के अधिकारों के लिए खुलकर आवाज उठाई। उस दौर में, जब समलैंगिकता पर बात करना टैबू था, रितुपर्णो ने निडर होकर अपने सच को अपनाया और समाज को एक नई सोच दी।