मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित राजीव संधू : पैर गंवाने और गोलियों से शरीर छलनी होने के बाद भी दुश्मनों से लिया लोहा
नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। सेकंड लेफ्टिनेंट राजीव संधू का जन्म 12 नवंबर 1966 को चंडीगढ़ में एक सैन्य परिवार में हुआ था। वह 1987 में लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) के खिलाफ भारत के चलाए गए 'ऑपरेशन पवन' का हिस्सा रहे। इस दौरान एक उग्रवादी हमले में पैर गंवाने और गोलियों से शरीर के छलनी होने के बावजूद उन्होंने दुश्मनों से लोहा लिया और उनके आतंकी मंसूबे को सफल नहीं होने दिया। अधिक घायल हो जाने के कारण संधू मात्र 21 वर्ष की उम्र में शहीद हो गए। उनके अदम्य साहस के लिए मरणोपरांत उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।