बर्थडे स्पेशल: 'अमीर नहीं तो बच्चों को खिलाड़ी न बनाएं', पुलेला गोपीचंद ने ऐसा क्यों कहा था?
नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में क्रिकेट के अलावा अन्य लोकप्रिय खेलों में बैडमिंटन शीर्ष पर है। इसमें पुलेला गोपीचंद का बड़ा योगदान रहा है। पहले खिलाड़ी के रूप में और अब कोच के रूप में गोपीचंद इस खेल को लोकप्रिय और करियर की दृष्टि से अवसरपूर्ण बनाने में अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान समय में गोपीचंद राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के कोच के रूप में कार्यरत हैं। गोपीचंद ने कुछ महीनों पूर्व एक बयान में कहा था कि अमीर लोगों को ही अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में भेजना चाहिए। गोपीचंद के 52वें जन्मदिन पर आइए जानते हैं कि उन्होंने आखिर ऐसा क्यों कहा था।