प्रकृति का अनोखा खजाना ‘कचनार’, बीमारियों से लड़ने में कारगर

IANS | March 24, 2025 11:00 AM

नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)। ‘कचनार’ को अगर प्रकृति का अनोखा खजाना कहा जाए तो ऐसा कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। इसमें ऐसे अनगिनत फायदे छिपे हैं, जो जोड़ों के दर्द से लेकर थायराइड, गांठों की समस्या से लेकर पेट के पाचन को दुरुस्त करने तक ‘कचनार’ का जादू हर बीमारी पर असर दिखाता है। आइए जानते हैं इससे जुड़े फायदों के बारे में।

डेंटल ही नहीं ‘ब्रेन फ्लॉसिंग’ भी जरूरी, तनाव को कम रखने में मददगार

IANS | March 23, 2025 2:20 PM

नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। ब्रेन फ्लॉसिंग काफी ट्रेंड में है। डेंटल फ्लॉसिंग में हम जहां ओरल हेल्थ का ख्याल रखते हैं, वहीं ब्रेन फ्लॉसिंग में दिमाग में जो गंदगी रूपी तनाव है या मानसिक दबाव है, उसे निकाल फेंकते हैं। जब से हम वर्चुअल दुनिया के करीब आए हैं, तब से दिमाग कई चीजों को बुनने लगा है। शारीरिक से ज्यादा मानसिक श्रम में ज्यादा ध्यान देने लगे हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसे में ब्रेन फ्लॉसिंग तनाव मुक्त होने का अच्छा टूल हो सकता है।

कीड़े जैसी दिखने वाली 'कीड़ा जड़ी' कई रोगों के लिए काल समान, कीमत सुन हो जाएंगे हैरान!

IANS | March 23, 2025 12:27 PM

नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। कीड़ा जड़ी एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय से उपयोग में लाई जा रही है। यह मुख्य रूप से हिमालयी क्षेत्रों और तिब्बत में पाई जाती है। इसे "हिमालय की अद्भुत जड़ी-बूटी" भी कहा जाता है। कीड़ा जड़ी को स्वास्थ्य और जीवनशैली से जुड़े विभिन्न समस्याओं के समाधान के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके फायदे काफी हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है।

सूखी या बलगम वाली खांसी में रामबाण इलाज कांटेदार पौधा भटकटैया, काढ़ा देता है झट से आराम

IANS | March 23, 2025 11:42 AM

नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। ‘जे मुंह से श्रापे, उ मुंह में कांटा धंसे, हमरे भाई क उमर बढ़े...’ ये वही पंक्तियां है जब बहनें भटकटैया के कांटे को भाईदूज (पर्व) के मौके पर अपने जीभ में चुभोकर बोलती हैं। केवल पर्व ही नहीं आयुर्वेद में भी भटकटैया का बहुत महत्व है। आज जानने की बारी है रेंगनी के बारे में जिसके इस्तेमाल से रोग-व्याधी कोसो दूर चले जाते हैं।

'लाइफ के म्यूजिक' को बैलेंस करती है 'क्रोमोथेरेपी', नींद न आए तो बस रंगों की दुनिया में खो जाएं, मिलेगा लाभ

IANS | March 22, 2025 3:27 PM

नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। हर रंग कुछ कहता है। दिल दुख से भरा हो तो दुनिया बदरंग और अगर मन प्रसन्न हो तो पूरा माहौल रंग में सराबोर। ये रंग सिर्फ मूड बनाने या बिगाड़ने में ही नहीं बल्कि मीठी नींद सुलाने में भी मददगार साबित होते हैं। एक थेरेपी है जिसका चलन पिछले कुछ दशकों में खूब बढ़ा है और इस कलर थेरेपी को नाम दिया गया है क्रोमोथेरेपी। इसमें गुण बहुत सारे हैं और इसे ही लेकर आईएएनएस ने बात की आयुष निदेशालय दिल्ली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसएजी) और इहबास इकाई के प्रभारी डॉक्टर अशोक शर्मा से।

कई गुणों से भरपूर है कुचला, सीमित मात्रा में करें सेवन

IANS | March 22, 2025 11:50 AM

नई दिल्ली, 22 मार्च (आईएएनएस)। कुचला, जिसे अंग्रेजी में नक्स वोमिका कहा जाता है, एक ऐसा पेड़ है, जिसके फलों के बीजों का उपयोग कई तरह की औषधियों में किया जाता है। यह आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसके बीजों से कई प्रकार की दवाइयां तैयार की जाती हैं।

माइग्रेन से पीछा छुड़ाने में मदद करता है ‘स्वर्ग का वृक्ष’, 42 दिनों तक पारिजात से ऐसे करें प्राकृतिक उपचार!

IANS | March 21, 2025 11:23 AM

नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। "पीर पराई जानें न कोई…” मगर सिर में होने वाली तेज माइग्रेन की पीड़ा को पारिजात का वृक्ष भली भांति जानता है। ‘स्वर्ग का वृक्ष’ पारिजात औषधीय गुणों से भरपूर है। सफेद-नारंगी रंग के फूलों से लदे वृक्ष की छाल, फूलों, पत्तियों में माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने की ताकत के साथ ही ऐसी कई खूबियां हैं, जो आपके लिए बेहद फायदेमंद है।

कड़वे, मीठे और ठंडी तासीर वाले जौ को क्यों कहा जाता है औषधीय गुणों से संपन्न आहार?

IANS | March 21, 2025 11:04 AM

नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। जौ को प्राचीन काल से औषधीय गुणों से संपन्न आहार माना जाता है। यह आज भी हमारे दैनिक जीवन में उपयोगी है। यह गेंहू के समान एक पौष्टिक अनाज है, जिसका उपयोग न केवल आहार में, बल्कि घरेलू उपचारों में भी किया जाता है। प्राचीन आयुर्वेद और वैदिक शास्त्रों में जौ के कई लाभों के बारे में बताया गया है।

एक भूसी ऐसी जो पेट का रखती है ख्याल! भारत इसका सबसे बड़ा निर्यातक

IANS | March 21, 2025 10:25 AM

नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। दशकों से टीवी स्क्रीन पर विज्ञापनों के जरिए या फिर सेहत को लेकर हुई परिचर्चा में इस भूसी के बारे में सुनते आए हैं। मूल रूप से ये पर्शिया की है लेकिन भारत ने भी इसके निर्यात में इतिहास रच डाला है। नाम है इसका इसबगोल। जितना इंटरेस्टिंग इसका नाम है, उतनी ही इसकी उत्पत्ति की कथा है!

संजीवनी बूटी से कम नहीं ‘अगस्त्य का पेड़’, सिरदर्द, डायबिटीज समेत इन बीमारियों का रामबाण इलाज

IANS | March 20, 2025 9:40 AM

नई दिल्ली, 20 मार्च (आईएएनएस)। आयुर्वेद में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिनका इस्तेमाल किसी भी तरह के इलाज में किया जाता है। इन्हीं में से एक है ‘अगस्त्य का पेड़’, जो एक खास और प्राचीन पेड़ है। इसमें खूबियां ऐसी हैं कि अगर इसकी तुलना संजीवनी बूटी से की जाए तो कम नहीं है। ‘अगस्त्य के पेड़’ का फूल हो या पत्तियां,या जड़ या फिर छाल, हर एक चीज काफी फायदेमंद होती है। इससे जुड़ी खासियतों के बारे में बताते हैं।