अरावली को बचाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है : भूपेंद्र यादव (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)

IANS | December 23, 2025 9:19 AM

नई दिल्ली, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। अरावली पर्वत श्रृंखला को लेकर उठ रहे सवालों और देशभर में चल रही चर्चाओं के बीच सरकार का पक्ष जानना अहम हो गया है। इसी संदर्भ में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से विशेष बातचीत की और अरावली से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात स्पष्ट रूप से रखी। इस बातचीत में उन्होंने सरकार की मंशा, नीतिगत सोच और पर्यावरण संरक्षण को लेकर उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से चर्चा की। प्रस्तुत हैं इस खास बातचीत के प्रमुख अंश।

स्मृति शेष : बूंदों के सौदागर नहीं, बूंदों के साधक, अनुपम मिश्र और उनकी अमर विरासत

IANS | December 18, 2025 8:35 PM

नई दिल्ली, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। जिस दौर में पूरी दुनिया विकास की परिभाषा बड़े बांधों और कंक्रीट के हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग में खोज रही थी, ठीक उसी समय दिल्ली के 'गांधी शांति प्रतिष्ठान' के एक साधारण से कमरे में बैठा एक व्यक्ति उन पुरानी बावड़ियों और तालाबों की धूल झाड़ रहा था, जिन्हें आधुनिक भारत ने 'गड्ढा' समझकर भुला दिया था। खादी का कुर्ता, सौम्य मुस्कान और आंखों में सदियों पुराने ज्ञान की चमक, ये कोई और नहीं, बल्कि अनुपम मिश्र थे। एक ऐसे मनीषी, जिन्होंने कलम और कुदाल के बीच ऐसा रिश्ता जोड़ा कि भारत की सूखती नसों में फिर से जल की चेतना दौड़ने लगी।

भारत ने पिछले 10 सालों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता जोड़ी: केंद्र

IANS | December 17, 2025 8:02 PM

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत ने पिछले 10 वर्षों में 2,361 मेगावाट बायोमास क्षमता, 228 मेगावाट वेस्ट-टू-एनर्जी क्षमता और 2.88 लाख बायोगैस प्लांट्स जोड़े हैं। यह उपलब्धि सरकार द्वारा ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए दिए गए विभिन्न प्रोत्साहन से हासिल की गई है। यह जानकारी बुधवार को केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने लोकसभा में दी।

दिल्ली प्रदूषण : कार्यालयों में आधे कर्मचारी ही आएंगे, अन्य को वर्क फ्रॉम होम का निर्देश

IANS | December 17, 2025 4:16 PM

नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है। इसके चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। आयोग के आदेश के अनुसार, पहले चरण चार में आने वाले कुछ उपायों को अब चरण तीन में ही लागू कर दिया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रदूषण को बढ़ने से रोकना है।

जापान में भालू का शिकार हुआ था पर्वतारोही, आखिरी पलों का 'घड़ी' ने रखा हिसाब

IANS | December 13, 2025 2:26 PM

टोक्यो, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। जापान के होक्काइडो इलाके में हाल ही में हुए भालू हमले की कहानी ने लोगों को हिला कर रख दिया है। इस हमले का शिकार हुए पर्वतारोही की घड़ी (जीपीएस वॉच) ने उसके अंतिम पलों की कहानी बयां की है। वॉच सैटेलाइट के जरिए उसकी रूट और दिल की धड़कन को रिकॉर्ड करती थी, जो घटनास्थल से बरामद किया गया। जापान के पुराने अखबार असाही शिंबुम ने उन पलों का मार्मिक चित्रण किया। उस शख्स पर भालू ने 14 अगस्त को हमला कर मार दिया था।

भारत की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता बढ़कर 250.64 गीगावाट हुई : केंद्र

IANS | December 10, 2025 3:35 PM

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत की कुल स्थापित रिन्यूएबल एनर्जी (आरई) क्षमता बढ़कर 31 अक्टूबर तक 250.64 गीगावाट हो गई है और इसमें सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी सबसे अधिक है। यह जानकारी बुधवार को सरकार द्वारा संसद में दी गई।

एनसीआर : कई इलाकों में एक्यूआई 400 के करीब; ‘बहुत खराब’ श्रेणी का स्तर बरकरार

IANS | December 5, 2025 11:32 AM

नोएडा, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में शुक्रवार की सुबह एक्यूआई खतरनाक स्तर के पास बना रहा।

ग्रेट स्मॉग 1952: लंदन की वो धुंध जिसने 5 दिनों में ही लील ने हजारों जान

IANS | December 3, 2025 9:00 PM

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। दिसंबर 1952 की शुरुआती ठंड में लंदन हमेशा की तरह धुएं, कोहरे और औद्योगिक धूल से घिरा हुआ था, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि 4 दिसंबर की सुबह से कुछ बदलाव दिखने लगा था लेकिन अगले दिन यानी 5 दिसंबर को इसका रूप ही बदल गया। यह धुंधला दौर दुनिया के पर्यावरण इतिहास का सबसे भयावह अध्याय बन जाएगा। इसे बाद में ग्रेट स्मॉग ऑफ लंदन कहा गया।

इको एंग्जाइटी एक बड़ी समस्या, जलवायु परिवर्तन का मेंटल हेल्थ पर पड़ रहा असर

IANS | December 1, 2025 8:36 PM

नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। दुनिया जलवायु परिवर्तन को केवल तापमान बढ़ने, बर्फ पिघलने या समुद्र का स्तर ऊपर उठने जैसे भौतिक संकटों के रूप में देखती रही है, पर कुछ रिसर्च में दावा किया गया है कि ये मेंटल हेल्थ पर भी नकारात्मक असर डाल रहे हैं।

सर्दियों में सांस पर हमला: अस्थमा और सीओपीडी के अचानक बढ़ने का कारण क्या?

IANS | November 29, 2025 8:51 PM

नई दिल्ली, 29 नवंबर (आईएएनएस)। सर्दियां आते ही ठंडी हवा की चुभन कई लोगों के लिए सिर्फ मौसम का बदलाव नहीं बल्कि सांस पर हमला बन जाती है। अस्थमा और सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) मरीजों के लिए यह मौसम हर साल एक ही डर लेकर आता है—कहीं अचानक सांस रुक न जाए, कहीं खांसी-कफ इतनी न बढ़ जाए कि अस्पताल जाना पड़े। डॉक्टरों का कहना है कि तापमान गिरते ही फेफड़ों के रास्ते सिकुड़ जाते हैं और ज़रा-सा ट्रिगर भी बड़ा संकट बन सकता है।