'जिंदगी... कैसी है पहेली हाय', शायद सलील नहीं होते तो इस गुत्थी को कोई सुलझा नहीं पाता

IANS | September 5, 2024 11:19 AM

नई दिल्ली, 5 सितंबर (आईएएनएस)। पूरब और पश्चिम के संगीत का मिश्रण किसी की बनाई धुन में आपको सुनने को मिले तो आपको स्वतः ही लग जाएगा कि दुनिया एकदम से एक जगह इकट्ठी सी हो गई है। कुछ ऐसा ही हिंदी सिनेमा के गानों में संगीत के साथ प्रयोग किया सलील चौधरी ने, जिस पूरा बॉलीवुड 'सलील दा' के नाम से हीं पुकारता रहा।

दो बार कैंसर को मात देने के बाद भी जिस संगीतकार का संगीत तो अमर हो गया लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गए

IANS | September 4, 2024 8:25 AM

नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। जबलपुर से मायानगरी तक के सफर में कदम-दर-कदम सफलता की सीढ़ियां चढ़ना और फिर गानों के जरिए लोगों के दिलों पर राज करने वाले मशहूर कंपोजर और सिंगर ने महज 51 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।

उत्तम कुमार: बांग्ला फिल्मों का 'महानायक', जिसे कभी मिला था 'फ्लॉप मास्टर जनरल' का तमगा

IANS | September 3, 2024 4:11 PM

नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। 'ओति उत्तम', हाल ही में बांग्ला फिल्म रिलीज हुई। इसका ट्रेलर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने शेयर किया लिखा उस दौर के अभिनेता को जीवंत करना 'ओति उत्तम'। बेहद खास मूवी है ये। डायरेक्टर ने गढ़ने में 6 साल लगा दिए। पर्दे पर उस एक्टर को चार दशक बाद फिर जिंदा कर दिया जिसे बांग्ला फिल्म का महानायक कहते हैं।

असली नाम 'सुनील' कपूर, कार एक्सीडेंट से चमकी किस्मत, दिलचस्प है क्राइम मास्टर गोगो की कहानी

IANS | September 3, 2024 12:29 PM

नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। एक एक्टर जिसने कभी नंदू बनकर, कभी क्राइम मास्टर गोगो बन दर्शकों को खूब गुदगुदाया तो कभी खलनायक के किरदार से सबको डराया। हम बात कर रहे हैं, बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर शक्ति कूपर की। जिन्होंने फिल्मों में हर तरह के किरदार निभा अपनी अलग छाप छोड़ी। यही नहीं उनके फिल्मों में डेब्यू करने से लेकर शादी के बंधन में बंधने तक की स्टोरी बेहद दिलचस्प है।

बर्थडे स्पेशल: गुजरे जमाने की ट्रेंड सेटर अदाकारा, जिनका 'साधना' कट आज भी कइयों की पसंद

IANS | September 2, 2024 3:57 PM

नई दिल्ली, 2 सितंबर (आईएएनएस)। 'बरेली के बाजार' में गिरे झुमके पर लोग इतना नहीं झूमते अगर इसमें सामने की लटों को फूंक मारकर किनारे करती साधना न होतीं। हेयरस्टाइल जो दादी -नानी के जमाने से अब तक हिट है। यहां तक कि बॉलीवुड की हॉट अदाकारा बिपाशा बसु ने हाल ही में अपनी बेटी देवी की वीडियो क्लिप साझा कर कहा भी था 'लव द साधना कट'।

'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल': सामाजिक-राजनीतिक अशांति का मार्मिक चित्रण

IANS | September 1, 2024 4:36 PM

नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। एक फिल्म की कहानी बांग्लादेश की हिंदू महिला सुहासिनी (अर्शिन मेहता द्वारा अभिनीत) के बारे में है, जो एक नरसंहार में अपने माता-पिता की मौत के बाद भागने के लिए मजबूर है। इस्लामिक उग्रवादी उसे सुंदरबन पार करने में मदद करते हैं, लेकिन उनका एक एजेंडा है।

ऋतुपर्णो घोष दमदार शख्सियत, सिनेमा से लगाव जबरदस्त, गुलजार के होते हुए 'रेनकोट' में लिखे गीत वो भी मैथिली में

IANS | August 31, 2024 12:39 PM

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। ऋतुपर्णो घोष एक निर्देशक, कहानीकार, लेखक का नाम नहीं बल्कि एक 'जॉनर' का नाम है, इंटलैक्चुअल सिनेमा वाला! सत्यजीत रे के निधन बाद शून्यता आ गई थी। उस वैक्यूम को भरने का काम कुछ अलग सोच के मालिक ऋतुपर्णो ने किया। 'हीरेर अंगूठी' से शुरू हुआ सफर चोखेरबाली, रेनकोट से होता हुआ चित्रांगदा तक शानदार रहा। एक ऐसा रचानाकार जिसे खुद को दीदी या दादा कहलाने से फर्क नहीं पड़ा, महिलाओं की तरह बनना संवरने में शर्मिंदगी नहीं महसूस की और अपनी सेक्सुएलिटी को लेकर कुछ नहीं छिपाया। 31 अगस्त 1963 को इनका जन्म हुआ था।

कहां तुम चले गए : दुनिया को जल्द ही अलविदा कह गए बॉलीवुड के ये कलाकार

IANS | August 30, 2024 8:10 PM

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। किसी भी कलाकार का दुनिया से जाना बेहद दुखद होता है। वह अपने पीछे चाहने वालों की लंबी फेहरिस्त को एक दर्द दे जाते हैं। यह फिल्म इंडस्ट्री के लिए जितना बड़ा झटका होता है, उनके लाखों चाहने वालों के लिए भी बेहद दुखदायी होता है।

दर्शकों को कॉमेडी व कहानी की गारंटी देती है फ‍िल्‍म 'पड़ गए पंगे'

IANS | August 30, 2024 5:14 PM

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। यह कहानी रिटायर्ड गणित शिक्षक शास्त्री जी (राजेश शर्मा) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी दिवंगत पत्नी सुधा की यादों से भरे एक पुराने घर में खुशी-खुशी रहते हैं।

'दिल का हाल' सुनाने वाला 'दिलवाला' जिनकी कलम ने 'तीसरी कसम' ली कि जो भी लिखेंगे वह लोगों को जिंदगी-जिंदगानी याद रहेगी

IANS | August 30, 2024 8:38 AM

नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। 'नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए, बाकी जो बचा था काले चोर ले गए' आपने अपने घरों में भी इस गीत को गाते-गुनगुनाते बच्चों को सुना होगा। आपको पता है इस गीत को किसने लिखा? शायद नहीं! तो हम आपको बता दें कि बच्चों के लिए जिनकी कलम से ये मोती नुमा उद्गार निकलकर पन्नों पर आए उनका नाम था शंकरदास केसरीलाल शैलेंद्र। हां, वही गीतकार शैलेंद्र जिन्होंने, प्रेम, विरह और संघर्ष के साथ सामाजिक जीवन को दर्शाते कई ऐसे गीत लिखे जो आज भी लोगों की जुबां पर है। मानवता शैलेंद्र के गीतों के केंद्र में रही और वह गीतों के जरिए ही समाज को बदलने का प्रयास करते रहे। उन्होंने अपने गीतों में प्रेम और अध्यात्म दोनों का तड़का लगाकर हमारे सामने परोस दिया।