मुंबई, 19 मई (आईएएनएस)। कंस्ट्रक्शन कंपनी आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड ने सोमवार को चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए। जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का मुनाफा 96.43 प्रतिशत कम होकर 214.7 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 6,026.1 करोड़ रुपए था।
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी का खर्च 7.23 प्रतिशत बढ़कर 1,895.3 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 1,767.6 करोड़ रुपए था।
समीक्षा अवधि में कंपनी द्वारा उपभोग की गई सामग्री की लागत में 78.28 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि अन्य व्यय में 26.14 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसके अतिरिक्त कर-पूर्व मुनाफे में भी भारी गिरावट आई है जो तीसरी तिमाही के 6,126.8 करोड़ रुपए से 94.74 प्रतिशत घटकर चौथी तिमाही में 322.5 करोड़ रुपए रह गया है।
हालांकि, कंस्ट्रक्शन कंपनी की ऑपरेशनल आय चौथी तिमाही में 6.11 प्रतिशत बढ़कर 2,149.2 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि तीसरी तिमाही में 2,025.4 करोड़ रुपए थी।
कंपनी की कुल आय चौथी तिमाही में 6.10 प्रतिशत बढ़कर 2,217.8 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि पिछली तिमाही में 2,090.3 करोड़ रुपए थी। हालांकि, अगर पिछले साल की समान अवधि से तुलना की जाए तो कंपनी की कुल आय में 11.44 प्रतिशत की गिरावट हुई है।
आईआरबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, वीरेंद्र डी म्हैसकर ने कहा कि कंपनी की टोल आय में 23 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई है जो राष्ट्रीय औसत 12.5 प्रतिशत से अधिक है।
उन्होंने कहा कि वर्ष की पहली छमाही आम चुनावों से प्रभावित रही, जबकि दूसरी छमाही में मजबूत वृद्धि देखी गई।
म्हैसकर ने बताया, "कंपनी ने दो नई टीओटी (टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर) परियोजनाओं पर भी परिचालन शुरू किया है, जो अब तक उम्मीदों से अधिक रही हैं।"
म्हैसकर ने कहा कि केंद्रीय बजट में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) परियोजनाओं पर सरकार के निरंतर ध्यान के कारण आईआरबी आगामी बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) और टीओटी परियोजना बोलियों में मजबूत गति के बारे में आश्वस्त है।
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर सड़क और राजमार्ग सेगमेंट में एक एकीकृत बहुराष्ट्रीय परिवहन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर है।
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