भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को तैयार, टेक्नोलॉजी से आएगी ग्रोथ : आईबीएम इंडिया के एमडी

भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने को तैयार, टेक्नोलॉजी से आएगी ग्रोथ : आईबीएम इंडिया के एमडी

मुंबई, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। आईबीएम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संदीप पटेल ने कहा है कि भारत न केवल अपनी क्षमता प्रदर्शित कर रहा है, बल्कि दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

आईबीएम के फ्लैगशिप इवेंट 'थिंक 2025' के अवसर पर आईएएनएस से बातचीत में पटेल ने डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी दोनों के क्षेत्र में देश की लीडरशीप का जिक्र किया।

पटेल ने आईएएनएस को बताया, "भारत विकास के साथ-साथ तकनीकी क्रांति में भी अग्रणी रहा है। आज हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और सरकार की ओर से मिल रहे निवेश और उद्योग व शिक्षा जगत के बीच सहयोग के साथ, मेरा मानना ​​है कि भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और 2047 तक विकसित भारत के विजन को साकार करने की राह पर है।"

इस कार्यक्रम में पटेल ने आईटी सेक्टर को नया आकार देने वाले बदलावों से निपटने के लिए आईबीएम की रणनीति पर चर्चा की, जिसे कंपनी अपनी "टेक ट्रिनिटी" कहती है।

पटेल ने कहा, "एआई, हाइब्रिड क्लाउड और क्वांटम कंप्यूटिंग द्वारा परिभाषित टेक ट्रिनिटी कंपनियों को भारत के लिए अपने नए डिजिटल भविष्य को आकार देने में सक्षम बनाएगी। यह डेटा को क्रियान्वित करने, विकास को गति देने और हमारे समय की कुछ सबसे कठिन चुनौतियों से निपटने के बारे में है।"

उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), हाइब्रिड क्लाउड और क्वांटम कंप्यूटिंग मिलकर कंपनियों के डिजिटल भविष्य को आकार देंगे।

उन्होंने कहा, "आज कंपनियों के डेटा का एक बड़ा हिस्सा अप्रयुक्त है। एजेंटिक एआई को इसके साथ जोड़ने पर उत्पादकता में काफी सुधार हो सकता है और भविष्य के लिए व्यावसायिक मॉडल को पुनर्परिभाषित किया जा सकता है।"

इस अतिरिक्त, भारती एयरटेल ने अपने नए लॉन्च किए गए एयरटेल क्लाउड को मजबूत बनाने के लिए आईबीएम के साथ साझेदारी की है।

यह सहयोग एयरटेल क्लाउड के विश्वसनीय नेटवर्क, मजबूत सुरक्षा और स्थानीय डेटा स्टोरेज को हाइब्रिड क्लाउड और एआई तकनीक में आईबीएम की विशेषज्ञता के साथ जोड़ता है।

इसका लक्ष्य व्यवसायों को उनकी एआई परियोजनाओं को सुरक्षित और कुशलतापूर्वक चलाने और विकसित करने में मदद करना है।

--आईएएनएस

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