हौथियों ने लाल सागर में दो 'इजरायली जहाजों' पर हमले की ली जिम्मेदारी

हमले की ली जिम्मेदारी

अदन, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। यमन के हौथी विद्रोही समूह ने रणनीतिक बाब अल-मंदेब जलडमरूमध्य के पास यमन के लाल सागर तट पर दो "इजरायली जहाजों" पर हमले की जिम्मेदारी ली है।

समाचार एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, समूह के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, विद्रोही बलों ने दो "इजरायली जहाजों" पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, क्योंकि दोनों जहाजों ने हौथी-नियंत्रित नौसैनिक बलों के चेतावनी संदेशों को नजरअंदाज कर दिया था।

उन्होंने कसम खाई कि जब तक गाजा पट्टी के खिलाफ इजरायली सैन्य आक्रमण बंद नहीं हो जाता, हौथी सेनाएं इजरायली जहाजों को लाल सागर और अरब सागर में जाने से रोकती रहेंगी।

इससे पहले रविवार को, एक यमनी तट रक्षक अधिकारी ने श‍िन्हुआ को बताया कि एक मिसाइल ने लाल सागर में यमनी बंदरगाह शहर मोचा के तट से 34 समुद्री मील दूर एक बहामियन-ध्वजांकित वाणिज्यिक जहाज पर हमला किया था, जब वह बाब अल-मंदेब जलडमरूमध्य के पास अंतरराष्ट्रीय जल में नौकायन कर रहा था।

अधिकारी ने पुष्टि की कि जहाज को नुकसान हुआ है, लेकिन नुकसान कितना हुआ यह अज्ञात है।

हाउथिस ने पहले गाजा में चल रहे संघर्ष के प्रतिशोध में लाल सागर में इजरायली जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी थी, जो 7 अक्टूबर को इजरायल और गाजा-सत्तारूढ़ हमास के बीच शुरू हुआ था।

19 नवंबर को, हौथिस ने बाब अल-मंडेब के पास एक जहाज को जब्त कर लिया, जिसके बारे में उनका दावा था कि यह एक "इजरायली जहाज" था, जिसमें विभिन्न राष्ट्रीयताओं के 52 नाविकों को बंधक बना लिया गया था।

बाब अल-मंडेब के रणनीतिक समुद्री मार्ग के पास वाणिज्यिक जहाज पर हमले से संभावित रूप से तनाव बढ़ सकता है और क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग को खतरा हो सकता है।

2014 के अंत में यमनी गृह युद्ध शुरू होने के बाद से, हौथी मिलिशिया ने यमन के उत्तर के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है, इसमें रणनीतिक लाल सागर बंदरगाह शहर होदेइदाह भी शामिल है।

--आईएएनएस

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