ढाका से रवाना हुए जयशंकर, बांग्लादेशी राजदूत बोले- 'भारत-बांग्लादेश नया अध्याय लिखने को उत्सुक'

ढाका से रवाना हुए जयशंकर, बांग्लादेशी राजदूत बोले- 'भारत-बांग्लादेश नया अध्याय लिखने को उत्सुक'

नई दिल्ली, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया गंभीर बीमारियों से लंबे समय तक जूझने के बाद 31 दिसंबर 2025, बुधवार को सुपुर्द-ए-खाक हो गईं। बेगम जिया के जनाजे में शामिल होने के लिए भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर वहां पहुंचे हुए थे। भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर भारत लौटने के लिए ढाका से रवाना हो चुके हैं। इसकी जानकारी खुद भारत में बांग्लादेश के हाई कमिश्नर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी।

भारत में बांग्लादेश के हाई कमिश्नर रियाज हमीदुल्लाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जैसे ही डॉ. एस. जयशंकर ढाका से 4 घंटे के दौरे के बाद निकले, बांग्लादेश और भारत रिश्तों में एक नया अध्याय लिखने के लिए उत्सुक होंगे, जिसमें प्रैक्टिकल सोच और आपसी निर्भरता से चलने वाले साझा हित होंगे, जैसा कि आज दोपहर बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान के साथ थोड़ी देर के लिए चर्चा हुई।"

इससे पहले एस. जयशंकर ने बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान से मुलाकात की जानकारी साझा करते हुए लिखा, "ढाका पहुंचने पर, बीएनपी के एक्टिंग चेयरमैन और बांग्लादेश की पूर्व पीएम बेगम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान से मुलाकात की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पर्सनल लेटर दिया। भारत सरकार और लोगों की ओर से गहरी संवेदनाएं जताईं। भरोसा जताया कि बेगम खालिदा जिया का विजन और वैल्यूज हमारी साझेदारी के विकास को गाइड करेंगे।"

बता दें, तारिक रहमान ने सभी लोगों से अपनी मां, पार्टी चेयरपर्सन और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की नमाज-ए-जनाजा में शामिल होने के दौरान उनके लिए दुआ करने को कहा। उन्होंने जनाजा से पहले संसद के साउथ प्लाजा में कहा, "मैं तारिक रहमान हूं, खालिदा जिया का सबसे बड़ा बेटा। मैं यहां मौजूद सभी लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर किसी ने खालिदा जिया को उनके जिंदा रहते हुए पैसे उधार दिए हैं, तो कृपया मुझसे संपर्क करें। साथ ही, अगर उनके जिंदा रहते हुए उनके बर्ताव से किसी को दुख पहुंचा है, तो मैं उनकी तरफ से माफी मांगता हूं। मैं सभी से दुआ करने को कहता हूं कि अल्लाह उन्हें जन्नत दे।"

--आईएएनएस

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