दिल्‍ली: सरकारी सहयोग से कारीगरों में उत्साह, ट्रेड फेयर में गुजरात के उत्पादों की बढ़ी मांग

दिल्‍ली: सरकारी सहयोग से कारीगरों में उत्साह, ट्रेड फेयर में गुजरात के उत्पादों की बढ़ी मांग

नई दिल्‍ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। भारत मंडपम में चल रहा 44वां इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर इस बार भी लोगों का बड़ा आकर्षण बना हुआ है। 14 नवंबर यानी शुक्रवार से शुरू हुआ यह फेयर हैंडीक्राफ्ट, पारंपरिक वस्त्रों और देसी कला-संस्कृति के अद्भुत प्रदर्शन की वजह से लगातार चर्चा में है। स्टेट पवेलियंस के साथ-साथ कारीगरों के स्टॉल पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है।

इस साल का शोकेस और भी बड़ा है, और लोगों के पास खरीदारी के लिए कई तरह के ऑप्शन उपलब्ध हैं।

गुजरात पवेलियन में इस बार हॉल नंबर 4 में खूब रौनक देखने को मिल रही है, जहां कारीगरों के अनोखे और पारंपरिक उत्पाद लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। हाथ से बनाई गई क्रिस्टल नग अंगूठियां, कच्छ से लाई गई तांबे और पीतल की पारंपरिक घंटियां, गुजरात की फैब्रिक आर्ट और धातु शिल्प सभी खरीदारों का ध्यान खींच रहे हैं।

कारीगरों का कहना है कि इस बार सरकार द्वारा दिया गया सहयोग उनके लिए बड़ी मदद साबित हुआ है। उन्हें फेयर में फ्री स्पेस, आने-जाने का भाड़ा और कई अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे वे अपने उत्पादों को बेहतर तरीके से प्रदर्शित कर पा रहे हैं।

दुकानदार सोमाभाई राणा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि सरकार ने इस बार हमें बहुत अच्छा सहयोग दिया है। गुजरात पवेलियन में हमें मुफ्त जगह दी गई है, आने-जाने का खर्च भी दिया गया है। इसी वजह से हम अपने सामान को यहां अच्छे तरीके से प्रदर्शित कर पा रहे हैं।

वहीं, दुकानदार लुहारसाई रज्जाक ने कहा कि हम कच्छ से पारंपरिक तांबे और पीतल की घंटियां लेकर आए हैं। इस बार भीड़ बहुत अच्छी है। लोग हमारे काम को समझ रहे हैं और सराह रहे हैं। सरकार ने जो सुविधाएं दी हैं, उससे हमें बहुत फायदा हुआ है।

दिल्ली ट्रेड फेयर 2025 एक बार फिर से देश की कला, संस्कृति और कारीगरों की मेहनत का बड़ा मंच साबित हो रहा है। फेयर 27 नवंबर तक चलेगा, और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भीड़ और ज्यादा बढ़ेगी।

--आईएएनएस

एएसएच/डीकेपी