नारी शक्ति के लिए नई गति : महिला सशक्तिकरण के 11 वर्ष
नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। भारतीय महिलाओं को पीढ़ियों से व्यवस्थागत बाधाओं का सामना करना पड़ा है - खासकर ग्रामीण और हाशिए के समुदायों में शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, रोजगार और निर्णय लेने के सीमित अधिकार रहे हैं। लेकिन 2014 से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, एक ऐतिहासिक बदलाव हुआ है। महिलाओं को अब निष्क्रिय लाभार्थियों के रूप में नहीं बल्कि भारत की विकास कहानी के केंद्र में बदलाव के सशक्त एजेंट के रूप में देखा जाता है।