रंगों में छुपा है खुशियों का गहरा राज, सही चुना तो 'डोपामाइन' का बढ़ेगा लेवल और खिल उठेंगे आप
नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। रंग न सिर्फ हमारी जिंदगी में रंग ही नहीं भरते, बल्कि हमारी सोच पर भी छाप छोड़ते हैं। हर रंग की अपनी एक कहानी होती है, जो हमारे मूड को बदलने के लिए काफी है। जानकार मानते हैं कि पीला या नारंगी जैसे चटकीले रंग आंतरिक संतुष्टि और खुशी को दोगुना बढ़ा देते हैं, जिसका कारण डोपामाइन हार्मोन का बढ़ा लेवल होता है। रंग के कारण डोपामाइन लेवल बढ़ता है और फिर जिंदगी खुशरंग हो जाती है! आखिर ये डोपामाइन होता क्या है?