अपनी जान की बाजी लगाकर हीरो बने गाजा के चिकित्साकर्मियों ने हार नहीं मानी
नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। भोजन, पानी और कामकाजी माहौल के बिना अंतहीन शिफ्ट; मरीजों के बीच चयन करना, एनेस्थीसिया के बिना सर्जरी करना, उन्हें दवाओं के अभाव में, संक्रमण से मरने देना; लगातार अपने स्वास्थ्य, घर, सहकर्मियों और परिवार के सदस्यों को खोना - ये कुछ वास्तविकताएं हैं जिनका युद्धग्रस्त गाजा में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को एक महीने से अधिक समय से सामना करना पड़ रहा है।