काली पूजा पर पटाखों के अंधाधुंध इस्तेमाल से कोलकाता की हवा खराब
कोलकाता, 13 नवंबर (आईएएनएस)। काली पूजा के दौरान अंधाधुंध पटाखे फोड़ने से शहर के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) "खतरनाक स्तर" पर पहुंच गया है।
कोलकाता, 13 नवंबर (आईएएनएस)। काली पूजा के दौरान अंधाधुंध पटाखे फोड़ने से शहर के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) "खतरनाक स्तर" पर पहुंच गया है।
नई दिल्ली, 13 नवंबर (आईएएनएस)। सोमवार सुबह घनी और हानिकारक धुंध दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में छा गई। यह घटना सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध आदेश की अवहेलना करते हुए दिवाली की रात बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े जाने के बाद हुई।
नोएडा/गाजियाबाद, 13 नवंबर (आईएएनएस)। दीपावली पर नोएडा और गाजियाबाद में जमकर आतिशबाजी हुई। लोगों ने खूब पटाखे जलाए। लेकिन बावजूद इसके गनीमत यह है कि नोएडा और गाजियाबाद में अभी भी एक्यूआई डेंजर जोन में नहीं पहुंचा है और आंकड़ा 300 से नीचे ही दिख रहा है।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के अनुसार, शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 204 यानी खराब श्रेणी में रहा।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। एक विश्लेषण से पता चलता है कि साल भर हवा की गति का नाजुक संतुलन वायु प्रदूषण और मौसमी पराली सभी नवंबर में दिल्ली में हानिकारक गैसों के इस वार्षिक कॉकटेल को बनाने में भूमिका निभाते हैं।
लखनऊ, 11 नवंबर (आईएएनएस)। एक घर और एक कार हर किसी का सपना होता है, लेकिन बहुत सारे घर और बहुत सारी कारें एक बुरे सपने में भी बदल सकती हैं और उत्तर प्रदेश में यही हो रहा है। ज्यादा घर और ज्यादा कारें भी जीवन को दयनीय बना सकती हैं।
नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तरी भारत और उपमहाद्वीप के अधिकांश हिस्से के साथ राष्ट्रीय राजधानी में सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है। दिल्ली वार्षिक पर्यावरणीय चुनौती वायु प्रदूषण से जूझ रही है।
मुंबई, 11 नवंबर (आईएएनएस)। एक ओर जहां महाराष्ट्र सरकार और बृहन्मुंबई नगर निगम मुंबई तथा अन्य शहरों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए चिंतित हैं, वहीं दूसरी तरफ शीर्ष चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि खराब हवा कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
अहमदाबाद, 11 नवंबर (आईएएनएस) हर साल 16 लाख से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार वायु प्रदूषण से भारत की लड़ाई एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय चुनौती है।
कोलकाता, 11 नवंबर (आईएएनएस)। सर्दियों के आगमन के संकेत मिलने के साथ ही कोलकाता अपने सबसे खराब प्रदूषित दौर की ओर बढ़ रहा है, जो वसंत के आगमन तक जारी रहेगा। प्रसिद्ध हरित प्रौद्योगिकीविद् और पर्यावरण कार्यकर्ता, सोमेंद्र मोहन घोष का कहना है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) को गिरने से बचाने के लिए आपदा के बाद की जाने वाली कार्रवाइयों की तुलना में निवारक उपाय अधिक महत्वपूर्ण हैं।