विदेश तक पहुंचेगी गुना के गुलाब और धनिया की खुशबू

विदेश तक पहुंचेगी गुना के गुलाब और धनिया की खुशबू

गुना, 17 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के गुना जिले में 'एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) एवं निर्यात प्रोत्साहन विषय पर आधारित कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को किया गया। कार्यक्रम का आयोजन 11 बजे से शाम 5 बजे तक हुआ, जिसमें जिले के प्रमुख अधिकारी, विशेषज्ञ एवं उद्यमी मौजूद रहे।

कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों एवं विभिन्न हितधारकों को निर्यात प्रक्रिया, ब्रांडिंग, आधुनिक पैकेजिंग तकनीकों, गुणवत्ता मानकों और बाजार रणनीतियों से अवगत कराना था, ताकि वे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धी बन सकें। कार्यक्रम में 200 से अधिक उद्यमियों, निर्यातकों एवं स्थानीय उत्पाद निर्माताओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम में जिलाधिकारी किशोर कुमार कन्याल, गुना चेंबर ऑफ कॉमर्स के जीतेंद्र खुराना, गुना लघु उद्योग भारती से राजेश अग्रवाल, मसाले बोर्ड के सहायक निदेशक आशीष जायसवाल, एग्जिम बैंक के एजीएम आनंद कृष्ण सिंह, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान से डॉ. राकेश विदाथे, ईसीजीसी के अर्पित शर्मा और वॉलमार्ट के समीर मिस्त्री जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी किशोर कुमार कन्याल ने जिले के समग्र विकास और औद्योगिक भविष्य पर कहा, "गुना को 'लोकल से ग्लोबल' की दिशा में अग्रसर करते हुए, जिले के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाना हमारा संकल्प है। गुना को मध्य प्रदेश के एक अग्रणी औद्योगिक, कृषि और निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कार्य हो रहा है। मिशन 2047 के अंतर्गत गुना में 1 एकड़ भूमि से 12 लाख रुपए वार्षिक आय के मॉडल को सफल बनाने की दिशा में काम हो रहा है। यह मॉडल किसानों के जीवन स्तर को सशक्त करेगा और जिले को आत्मनिर्भर बनाएगा। गुलाब की खेती और धनिया जैसी फसलों को प्रोत्साहित कर स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहुंचाया जा रहा है।"

उन्होंने औद्योगिक आधारभूत संरचना पर कहा कि जिले में दो फ्लाईओवर परियोजनाएं, 10.5 किलोमीटर लंबी सर्विस लेन, गुना-शिवपुरी राष्ट्रीय राजमार्ग का विकास और रिंग रोड निर्माण प्रगति पर हैं। ये परियोजनाएं जिले को लॉजिस्टिक और निवेश की दृष्टि से एक मजबूत केंद्र बनाएंगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसान, स्थानीय उत्पादक नवाचार और गुणवत्ता को अपनाएं और गुना को प्रदेश का एक प्रतिष्ठित औद्योगिक और निर्यात केंद्र बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाएं।

मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी निदेशक प्रतुल चंद्र सिन्हा ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जिले के एक उत्पाद, जिसका ओडीओपी के तहत चयन किया गया है, उसको और कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है। स्थानीय कृषकों और उद्यमियों को सरकार की निर्यात संबंधी नियमों की जानकारी दी गई। हम स्थानीय उत्पाद को वैश्विक पहचान देने की दिशा में काम कर रहे हैं।

आईएएनएस से बात करते हुए युवा किसान पीतम लोधा ने कहा, "किसान जिस फसल को उगाता है, तो उसे बाजार में किस तरह और कितनी मात्रा में लाना चाहिए, ये जानकारी हमें विभाग द्वारा दी गई। धनिया उत्पादन में गुना का नाम पूरे एशिया में है, विभाग उसे वैश्विक स्तर पर ले जाना चाहता है।"

किसान पप्पू लोधा ने कहा, "हमें कार्यशाला में बताया गया कि किस तरह धनिया को विदेशों में निर्यात कर सकते हैं।"

--आईएएनएस

पीएके/एबीएम