उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025: 12 जिलों में 21 लाख मतदाता तय करेंगे 14,761 प्रत्याशियों का भविष्य

Uttarakhand Panchayat Election

देहरादून, 28 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान सोमवार सुबह 8 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा। प्रदेश के 12 जिलों के 40 विकासखंडों में हो रहे इस मतदान में हरिद्वार जिला शामिल नहीं है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में 21 लाख से अधिक मतदाता 14,761 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है, खासकर प्रवासी मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी उल्लेखनीय है, जो वोट डालने के लिए अपने गांव लौटे हैं।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस चरण में विभिन्न पदों के लिए प्रत्याशी इस प्रकार हैं: ग्राम पंचायत सदस्य के 933 पदों पर 1,998 प्रत्याशी, ग्राम प्रधान के 2,726 पदों पर 7,833 प्रत्याशी, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1,225 पदों पर 4,214 प्रत्याशी, और जिला पंचायत सदस्य के 149 पदों पर 716 प्रत्याशी मैदान में हैं। प्रशासन ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।

संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस, पीएसी बलों की तैनाती, वीडियो रिकॉर्डिंग और निगरानी की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए सख्त रुख अपनाया है।

नैनीताल जिले के रामनगर विकासखंड में मतदान को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह है। यहां 76,848 पंजीकृत मतदाता 134 मतदान केंद्रों पर वोट डाल रहे हैं। इनमें 20 केंद्र संवेदनशील और 25 अति संवेदनशील श्रेणी में हैं, जहां विशेष निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था है। रामनगर में 50 ग्राम प्रधान, 31 क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी), 3 जिला पंचायत सदस्य, और ग्राम पंचायत वार्ड सदस्यों के लिए मतदान हो रहा है। खासकर महिला मतदाताओं की सक्रियता सराहनीय है।

रामनगर के चुकुम जैसे आपदा प्रभावित और दुर्गम क्षेत्रों में मतदान को सुचारु बनाने के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। शनिवार को ही पोलिंग पार्टियां इन क्षेत्रों में रवाना कर दी गई थीं, ताकि मतदान समय पर शुरू हो सके। सुबह से ही कई मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं, जो ग्रामीणों के उत्साह को दर्शाती हैं।

चम्पावत जिले के चम्पावत और बाराकोट विकासखंडों में भी मतदान सुबह 8 बजे शुरू हो गया। बाराकोट में 51 पोलिंग पार्टियों ने 53 मतदान केंद्रों पर और चम्पावत में 148 पोलिंग पार्टियों ने 159 केंद्रों पर वोटिंग शुरू कराई। बनबसा के पूर्णागिरि माध्यमिक विद्यालय में सुबह से मतदाताओं की भीड़ देखी गई। मौसम भी मतदाताओं के लिए अनुकूल है, क्योंकि सुबह से बादल छाए होने से गर्मी से राहत मिली। सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के साथ मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।

पौड़ी जिले के कोट विकासखंड के रखूण गांव में भी मतदाताओं में खासा उत्साह दिखा। सुबह से हल्की बूंदाबांदी के बावजूद ग्रामीणों, खासकर महिलाओं, ने लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम किए, जिससे मतदान प्रक्रिया सुचारु रही।

मतदाताओं का कहना है कि एक अच्छी ग्राम पंचायत गांव के विकास को गति देगी। मतदाता डॉ. नाजिया ने कहा, “यह ग्रामीण क्षेत्र की सरकार है। हम चाहते हैं कि गांव में विकास हो और लोगों की जरूरतें पूरी हों। मैंने वोट डाला है और सभी से मतदान की अपील करती हूं।”

वहीं, मतदाता श्याम बिष्ट ने कहा, “लोग अपने घरों से निकलें और ऐसा नेता चुनें जो गांव की समस्याओं का समाधान करे।”

जिला प्रशासन ने मतदाताओं से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान की अपील की है। यह चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण है, क्योंकि चुने गए प्रतिनिधि सड़क, पानी, शिक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगे। मतगणना 31 जुलाई से शुरू होगी, जिसके बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।

--आईएएनएस

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