उडुपी के श्री कृष्ण मठ के दर्शन से धन्य महसूस कर रहा हूं : प्रधानमंत्री मोदी

उडुपी के श्री कृष्ण मठ के दर्शन करके बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं: प्रधानमंत्री मोदी

उडुपी, 28 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कर्नाटक के उडुपी स्थित श्री कृष्ण मठ के दर्शन किए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मठ की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।

प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट में कहा कि उडुपी स्थित श्री कृष्ण मठ के दर्शन करके मैं बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। मठ का आध्यात्मिक मार्गदर्शन समाज के लिए प्रकाश की किरण है।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कार्यक्रम का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि लक्षकंठ गीता के भव्य और दिव्य पाठ ने सभी को ऊर्जा और गहन भक्ति से भर दिया। इतने विशाल जनसमूह द्वारा एक स्वर में गीता का पाठ होते देखना एक अविस्मरणीय क्षण था।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उडुपी में आयोजित कार्यक्रम 'लक्षकंठ गीता' में कहा कि भगवान श्री कृष्ण हमें नारी सुरक्षा और नारी सशक्तीकरण का ज्ञान सिखाते हैं और उसी ज्ञान की प्रेरणा से देश नारी शक्ति वंदन अधिनियम का ऐतिहासिक निर्णय करता है।

उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे कई नागरिकों की जान चली गई, जिनमें कनारा समुदाय के भाई-बहन भी शामिल हैं। जब ऐसी दुखद घटनाएं होती थीं, तो सरकारें अक्सर चुप रहती थीं, लेकिन यह नया भारत है। यह किसी के सामने नहीं झुकता, न ही अपने लोगों की रक्षा करने की अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटता है। हम शांति बनाना जानते हैं और हम इसकी रक्षा करना भी जानते हैं।

उन्होंने भगवद्गीता के उदाहरण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण ने गीता का संदेश युद्ध के मैदान में दिया। गीता हमें यह सिखाती है कि सच्ची शांति कभी-कभी अन्याय का अंत करने से ही संभव होती है। यही विचार हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का मूल आधार भी है। हम वसुधैव कुटुम्बकम की भावना रखते हैं और साथ ही 'धर्मो रक्षति रक्षितः' के सिद्धांत का पालन करते हैं। श्री कृष्ण के उपदेश केवल युद्ध और सुरक्षा तक ही सीमित नहीं हैं। उनका संदेश हमारे सामाजिक और विकासात्मक प्रयासों में भी दिखाई देता है।

पीएम मोदी ने बताया कि आज देश की 'सबका साथ, सबका विकास' और 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' जैसी नीतियों के पीछे भी भगवान श्री कृष्ण के उपदेशों का गहरा प्रभाव है। श्री कृष्ण गरीबों की सहायता और समाज में न्याय का संदेश देते हैं। इसी मंत्र से आयुष्मान भारत और पीएम आवास जैसी योजनाओं का निर्माण हुआ।

--आईएएनएस

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