शेखपुरा, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं में शामिल प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना आज फुटपाथ और स्ट्रीट वेंडर्स के जीवन में नई रोशनी बनकर उभरी है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने उनकी इस मजबूरी को अवसर में बदल दिया है।
यह योजना न केवल उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि वर्षों से चले आ रहे महाजनों के कर्ज के दुष्चक्र से भी उन्हें मुक्त कर रही है। कभी रोजगार चलाने के लिए मजबूरी में ऊंचे ब्याज दर पर महाजनों से कर्ज लेने वाले फुटपाथ दुकानदार ब्याज के बोझ तले दबते चले जाते थे। पूंजी की कमी के कारण मेहनत के बावजूद वे आगे नहीं बढ़ पाते थे, लेकिन योजना ने उनकी इस मजबूरी को अवसर में बदल दिया है।
शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र के पटेल चौक के समीप कपड़े की दुकान चलाने वाले बिपिन कुमार इसका जीवंत उदाहरण हैं। बिपिन का कहना है कि पहले उनके पास दुकान चलाने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं थी। रोजगार करने की इच्छा तो थी, लेकिन आर्थिक तंगी सबसे बड़ी बाधा बनी हुई थी। ऐसे में उन्हें पीएम स्वनिधि योजना की जानकारी मिली। नगर परिषद में आवेदन कर बिपिन ने योजना का लाभ उठाया और आज वे अपनी खुद की कपड़े की दुकान चला रहे हैं। इससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ी है, बल्कि वे अपने परिवार का पालन-पोषण भी सम्मान के साथ कर पा रहे हैं।
बिपिन कुमार ने कहा कि मुझे पहले रोज का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता था, लेकिन अब हमारी हालत बदल गई है। मैं आगे भी इस योजना के तहत अधिक राशि लेकर अपने व्यवसाय को और बढ़ाना चाहता हूं। उन्होंने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। पीएम स्वनिधि योजना आज छोटे दुकानदारों के लिए केवल एक ऋण योजना नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो रही है। यह योजना यह साबित कर रही है कि सही समय पर मिला सहयोग किसी के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है।
काशीपुरम मोहल्ला निवासी शोभा देवी और उनके पति शंभु यादव दोनों ही शारीरिक रूप से विकलांग हैं। आजीविका चलाने के लिए वे पहले महाजनों से कर्ज लेकर छोटा-मोटा रोजगार करते थे, जिससे उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। इसी बीच किसी माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस योजना की जानकारी मिलने के बाद शोभा देवी ने आवेदन करने का निर्णय लिया। पीएम स्वनिधि योजना से मिलने वाली सहायता राशि से वे अब बिना महाजनों पर निर्भर हुए अपना रोजगार शुरू कर जीवन यापन कर रही हैं। इस योजना ने न केवल उन्हें आर्थिक संबल दिया है, बल्कि आत्मनिर्भर बनने की नई उम्मीद भी जगाई है।
शोभा देवी का कहना है कि यदि समय पर यह जानकारी न मिलती तो उन्हें महाजनों से ऊंचे ब्याज पर कर्ज लेना पड़ता। सरकार की इस योजना से जैसे जरूरतमंद और विकलांग लोगों को काफी राहत मिल रही है और वे सम्मानपूर्वक अपना जीवन यापन कर पा रहे हैं।
काशीपुरम मोहल्ला निवासी अनीता ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत हम लोग 10,000 रुपए का लोन उठाते हैं। इस 10,000 से आज दुकान में अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं और साथ-साथ बच्चों को भी पढ़ाई करवा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुणगान करते हुए कहा कि यह योजना हम गरीबों के लिए जीवन संवार रही है।
कभी दयनीय हालात में जीवन गुजारने को मजबूर उषा देवी की कहानी आज आत्मनिर्भरता और संघर्ष से सफलता की मिसाल बन चुकी है। आर्थिक तंगी और सीमित संसाधनों के बीच गुजर-बसर करने वाली उषा देवी आज अपनी खुद की चाय की दुकान चलाकर अच्छी-खासी कमाई कर रही हैं।
उषा देवी ने बताया कि पहले मेरे पास पैसा का कोई स्थायी साधन नहीं था, जिससे मेरे परिवार का पालन-पोषण करना बेहद मुश्किल हो गया था। इसी दौरान उन्हें केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में जानकारी मिली। इस योजना के तहत मिले आर्थिक सहयोग ने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। उषा देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पीएम स्वनिधि योजना हम जैसे गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। यह योजना छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है।
शेखपुरा नगर परिषद पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत 1,092 लोगों का सेंसस हुआ है। पीएम स्वनिधि 1.0 में पहली किस्त 10 हजार रुपए दी जाती थी, लेकिन अब 2.0 में 15 हजार रुपए मिलेगी और जो पहले का लोन लेकर समय पर चुका देंगे, उनको 25 हजार रुपए दिया जाएगा। इसी तरह आगे उन्हें 2 लाख तक लोन मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है।
विनय कुमार ने कहा कि अभी भी हमारे यहां स्कीम चल रही है। लोग आकर आवेदन कर सकते हैं। यह एक अच्छी पहल है। लोगों को लोन मिलने के बाद कमाई करके उसे चुकाने से आत्मविश्वास बढ़ता है और बैंकिंग सेवाओं से जुड़ने का मौका मिलता है।
--आईएएनएस
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