नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को गुजरात के दौरे पर रहने वाले हैं। इस दौरान वह भारत की सबसे बड़ी और सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक बुलेट ट्रेन की प्रगति का जायजा लेंगे। सुबह करीब 10 बजे वह सूरत में निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन स्टेशन पहुंचेंगे। यहां वे मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (एमएएचएसआर) की स्थिति और काम की गति की समीक्षा करेंगे।
यह परियोजना सिर्फ एक रेल लाइन नहीं है, बल्कि भारत के हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट के नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। पूरा कॉरिडोर लगभग 508 किलोमीटर लंबा है। इसमें से 352 किलोमीटर हिस्सा गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली में आता है, जबकि 156 किलोमीटर महाराष्ट्र में फैला है। यह लाइन साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई जैसे बड़े शहरों को जोड़ने वाली है। माना जा रहा है कि इसके शुरू होने से पूरे क्षेत्र में आवागमन बेहद आसान हो जाएगा और व्यापार, पर्यटन और उद्योग को भी नए अवसर मिलेंगे।
इस पूरी परियोजना में आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है। खास बात यह है कि लगभग 465 किलोमीटर (मार्ग का लगभग 85%) हिस्सा पुलों पर बनाया जा रहा है। इससे जमीन पर कम असर पड़ेगा और सुरक्षा भी बेहतर होगी। अभी तक 326 किलोमीटर पुलों का निर्माण पूरा हो चुका है और 25 में से 17 नदी पुल भी तैयार हो गए हैं।
जब यह बुलेट ट्रेन शुरू होगी, तो मुंबई से अहमदाबाद का सफर, जो अभी 6 से 7 घंटे लेता है, सिर्फ करीब दो घंटे में तय हो सकेगा। यह यात्रा सिर्फ तेज नहीं होगी, बल्कि और आरामदायक भी होगी। इससे रोजाना यात्रा करने वालों, बिजनेस ट्रैवलर्स और पर्यटकों सभी को बड़ा लाभ मिलेगा। इस परियोजना से पूरे कॉरिडोर पर व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने और क्षेत्रीय विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
सूरत से बिलिमोरा खंड तक का 47 किलोमीटर का हिस्सा लगभग तैयार है। यहां सिविल वर्क और ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो चुका है। सूरत स्टेशन का डिजाइन काफी आकर्षक है। यह शहर के प्रसिद्ध हीरा उद्योग से प्रेरित है। स्टेशन को यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। यहां बड़े प्रतीक्षालय, साफ-सुथरे शौचालय, रिटेल दुकानों जैसी सुविधाओं के साथ मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी भी होगी। यह स्टेशन सूरत मेट्रो, सिटी बसों और भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ निर्बाध मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।
--आईएएनएस
पीआईएम/एबीएम