नीमच, 16 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को जनकल्याण (संबल) योजना के तहत सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के 7,227 श्रमिक परिवारों को 160 करोड़ रुपए की सहायता राशि उनके बैंक खातों में स्थानांतरित की। इस दौरान लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव की तारीफ की।
जनकल्याण (संबल) योजना गरीब श्रमिकों की आत्मनिर्भरता की मजबूत नींव बन रही है। प्रदेश में अब तक लाखों श्रमिकों को इसका लाभ मिल चुका है। नीमच जैसे जिले में यह कार्यक्रम श्रमिकों के चेहरे पर मुस्कान ला रहा है। मंगलवार को स्थानांतरित राशि से नीमच जिले के 84 श्रमिक परिवारों को भी 1 करोड़ 74 लाख रुपए की सहायता मिली। यह राशि किसी अनुदान से अधिक, श्रमिकों के सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक है।
नीमच के एनआईसी कक्ष में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया, जिसमें श्रम विभाग के अधिकारी और हितग्राही मौजूद रहे। यह कार्यक्रम सरकार की पारदर्शिता और तकनीक के उपयोग की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
संबल योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को जीवन की अनिश्चितताओं से सुरक्षा प्रदान करना है। सामान्य मृत्यु पर 2 लाख रुपए, दुर्घटना से मृत्यु पर 4 लाख रुपए, स्थायी दिव्यांगता पर सहयोग, प्रसूति सहायता और अंत्येष्टि सहायता जैसे प्रावधान श्रमिक परिवारों को कठिन समय में संबल देते हैं।
नीमच में इस योजना का असर साफ दिख रहा है। गांव लासुर के हितग्राही नंदलाल राठौर ने आईएएनएस को बताया, "मेरे पिताजी अमृतलाल राठौर की मृत्यु 21 जून 2024 को हुई थी। उनकी संबल राशि 2 लाख रुपए आज बैंक खाते में आई। मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं।"
नीमच सिटी के तरुण अहिरवार ने कहा, "मेरे पिताजी मजदूरी करते थे और सड़क दुर्घटना में उनका देहांत हो गया। लगभग एक साल बाद संबल योजना से 4 लाख रुपए की सहायता आज मिली, जो मुख्यमंत्री के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांसफर हुई। इससे परिवार को बड़ी आर्थिक मदद मिलेगी। मैं बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं।"
जिला श्रम निरीक्षक सज्जन सिंह चौहान ने बताया, "84 परिवारों को 1 करोड़ 74 लाख रुपए वितरित किए गए हैं। यह योजना असंगठित श्रमिकों के लिए है। सामान्य मृत्यु पर 2 लाख, दुर्घटना पर 4 लाख और अपंगता पर 2 लाख का प्रावधान है।"
--आईएएनएस
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