नीमच, 24 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के नीमच जिले के गांवों में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान भारत योजना आर्थिक रूप से सबसे कमजोर लोगों को जीवन रक्षक स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रही है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) के नाम से जानी जाने वाली केंद्र सरकार की यह प्रमुख पहल उन परिवारों के लिए आशा की किरण बन गई है, जो कभी चिकित्सा खर्च के बोझ से जूझते थे।
सितंबर 2018 में शुरू की गई प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है। यह प्रत्येक पात्र परिवार को पांच लाख रुपए तक का वार्षिक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है, जिसमें तमाम तरह के उपचार शामिल है। इसका लक्ष्य भारत में लगभग 50 करोड़ लोगों को कवर करना है।
नीमच के गांवों में खासकर उम्मेदपुरा और मेढ़की में इस योजना ने जिंदगी बदल दी है। जिन लोगों के पास पहले महंगे ऑपरेशन कराने का कोई साधन नहीं था, उन्हें अब उन्नत इलाज बिल्कुल मुफ्त मिल रहा है।
मेढ़की गांव के एक छोटे से किराना दुकानदार राजाराम बैरागी 2020 के उन भयावह दिनों को याद करते हैं जब उन्हें कोविड महामारी के दौरान दिल का दौरा पड़ा था। महंगे ऑपरेशन के लिए पैसे न होने के कारण उनका परिवार हताश था। हालांकि आयुष्मान भारत कार्ड के जरिए अहमदाबाद के एक अस्पताल में उनका इलाज हुआ, जहां उनकी सर्जरी मुफ्त में हुई।
उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि जब 2020 में जब कोरोना का समय चल रहा था, तब मुझे हार्ट ब्लॉकेज की प्रॉब्लम हुई थी। जब प्रारंभिक जांच में रोग का पता चला तो पूरा परिवार सदमे में आ गया था, ऐसे में हम सब घबरा गए थे कि कैसे इलाज होगा। हम लोगों के लिए इतना पैसा जुटा पाना संभव नहीं था। लेकिन, आयुष्मान कार्ड हमारे लिए वरदान साबित हुआ। इसके जरिए अहमदाबाद के हॉस्पिटल में मेरा इलाज हुआ। डॉक्टरों ने एक से डेढ़ लाख खर्चा बताया था। लेकिन, आयुष्मान कार्ड की वजह से मेरा निःशुल्क ऑपरेशन हो गया। मुझे उससे बहुत संबल मिला। इस कार्ड ने मुझे नई जिंदगी दी। मैं इस योजना को शुरू करने के लिए पीएम मोदी का आभारी हूं।
वहीं उम्मेदपुरा के रहने वाले दिलीप कुमार पिरिया ने बताया कि साल 2019 में अचानक मेरे लेफ्ट साइड के हाथ में तेज दर्द हो रहा था। परिवार वाले मुझे अहमदाबाद के अस्पताल लेकर गए, वहां एंजियोग्राफी करने के बाद बताया गया कि आपके हार्ट में चार ब्लॉकेज है। इसका ऑपरेशन करना होगा। मेरे पास भी पैसा इतना नहीं था। उन्होंने खर्चा बहुत बताया और परिवार की स्थिति भी ऐसी नहीं थी कि मैं इलाज करा सकूं। इसी दौरान मोदी सरकार के इस योजना के बारे में मुझे जानकारी मिली। उसके बाद मैंने आयुष्मान कार्ड बनवाया और हमारा ऑपरेशन निःशुल्क हुआ। इस योजना के लिए हम पीएम मोदी का आभार जताते हैं।
वहीं किसान लाभचंद धाकड़ और रघुनाथ सिंह पंवार को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिला है। लाभचंद की मुफ्त एंजियोप्लास्टी हुई, जबकि रघुनाथ को गुर्दे की पथरी का इलाज हुआ। वहीं पारंपरिक बंधेज कारीगरी में माहिर अशोक कुमार छीपा जैसे कारीगरों ने भी इस योजना के तहत मुफ्त एंजियोप्लास्टी करवाई है।
उम्मेदपुरा में कुल 2,508 की आबादी में से लगभग 1,943 निवासियों के पास अब आयुष्मान कार्ड है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार इस योजना के माध्यम से दर्जनों ग्रामीणों को हृदय रोगों और अन्य गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज मिला है।
ग्राम पंचायत उम्मेदपुरा के सचिव जयप्रकाश मेड़तवाल ने बताया कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से हमारे ग्रामवासियों को लाभ मिला है। हमारे गांव की कुल जनसंख्या हमारी 2508 है, जिनमें से 1943 आयुष्मान कार्ड यहां बनवाए गए है। जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है।
--आईएएनएस
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