किश्तवाड़: 7 असम राइफल्स की मदद से सेना में भर्ती हो रहे आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों के युवक

किश्तवाड़: 7 असम राइफल्स की मदद से सेना में भर्ती हो रहे आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों के युवक

किश्तवाड़, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। 7 असम राइफल्स किश्तवाड़ में स्थानीय युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती के लिए तैयार करने के लिए ट्रेनिंग दे रही है। लगभग 30 युवा असम राइफल्स के सहयोग से शारीरिक ट्रेनिंग ले रहे हैं।

आतंकवाद से प्रभावित इलाकों के चार युवाओं का अग्निवीर भर्ती में चयन हुआ। आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद के असर से निकलने की वजह से उन्हें भारतीय सेना में शामिल होने की प्रेरणा मिली।

किश्तवाड़ के कुंटवारा के दूरदराज इलाके के दो युवा सेना में शामिल हुए हैं। असम राइफल्स की मदद से किश्तवाड़ जिले के युवा बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों में शामिल हो रहे हैं।

कुछ महीने पहले कुंटवारा में दो ग्राम रक्षा गार्ड शहीद हो गए थे और उसके बाद भारतीय सेना लगातार कुंटवारा इलाके के युवाओं को भारतीय सेना में शामिल होने में मदद कर रही है।

किश्तवाड़ के अग्निवीर का कहना है कि हमें यहां शारीरिक ट्रेनिंग अच्छी मिलती है। यहां जिसने ट्रेनिंग ले ली, उसका शरीर ठीक हो जाता है और आगे कोई दिक्कत नहीं आती है। मेरा पहले से ही तय था कि भारतीय सेना में ही जाना है। चाहे चार साल के लिए हो, लेकिन मुझे जाना है। मैंने जब भारतीय सेना जॉइन की, तो परिवार के लोग खुश हुए।

उन्होंने कहा कि 7 असम राइफल्स की तरफ से हमें अच्छी ट्रेनिंग मिली, हम उनके शुक्रगुजार हैं। अगर किसी युवा को भारतीय सेना जॉइन करनी है तो यहां कोई अच्छी अकादमी नहीं है। ऐसे में 7 असम राइफल्स की तरफ से आपको अच्छी ट्रेनिंग मिल सकती है।

अग्निवीर दीप कुमार ने कहा कि 7 असम राइफल्स की तरफ से हमें शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया गया। उन्होंने हमें मोटिवेट किया और हम भर्ती हो गए। फौज में आने के लिए जुनून होना चाहिए। यहां अच्छे से सिखाने वाले मिलेंगे, जो आपको दौड़ने, लिखित परीक्षा पास करने में मदद करते हैं। भारतीय सेना को धन्यवाद कि हमें उन्होंने सिखाया और हम फौजी बन गए हैं।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकी मिलते हैं, बड़ी घटनाएं हो रही हैं। देशद्रोहियों को खत्म करने के लिए हमें खुद ही आगे आना पड़ा है। मैं चाहता हूं कि लोग भारतीय सेना जॉइन करें और आतंकियों को खत्म करने में मदद करें।

एक अन्य अग्निवीर ने कहा कि आतंकी घटनाओं के कारण हमारे अंदर काफी गुस्सा था और मैंने भारतीय सेना को जॉइन किया है। मुझे ट्रेनिंग मिली है। आतंकियों के खिलाफ अब आवाज बुलंद करेंगे। किश्तवाड़ के लोगों से मैं यही कहना चाहता हूं कि सबसे पहले भारतीय सेना में शामिल होने की कोशिश करें। अगर भर्ती नहीं भी होते हैं तो भी कोशिश करनी चाहिए क्योंकि इस दौरान मिलने वाली ट्रेनिंग से आप इतना फिट हो सकते हैं कि घटनाओं को रोक सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मेरा सपना था कि मैं भारतीय सेना में भर्ती हो जाऊं, इसमें 7 असम राइफल्स ने हमारी मदद की। मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि यहां आएं और यहां के अधिकारी आपकी मदद करेंगे।

--आईएएनएस

एएमटी/वीसी