भारत में स्मॉल और मीडियम रीट्स मार्केट के 75 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान : रिपोर्ट

भारत में स्मॉल और मीडियम रीट्स मार्केट के 75 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत में स्मॉल एंड मीडियम रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (एसएम रीट्स) मार्केट 75 अरब डॉलर के पार जाने का अनुमान है, जिसमें 500 मिलियन स्कायर फुट से अधिक के एलिजिबल ऑफिस, लॉजिस्टिक्स और रियल एस्टेट होंगे। यह जानकारी मंगलवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म सीबीआरई ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि प्रीमियम ग्रेड ए प्लस ऑफिस एसेट्स निवेशकों के इंटरेस्ट में बने रहेंगे। एसएम रीट्स फ्रैक्शनल ऑनरशिप के लिए एक स्ट्रक्चर्ड, ट्रांसपेरेंट और स्केलेबल फ्रेमवर्क बना कर भारत के रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट लैंडस्केप को फिर से परिभाषित कर रहे हैं।

सीबीआरई के इंडिया, साउथईस्ट एशिया, मिडल ईस्ट और अफ्रिका के सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा, "इस सेगमेंट के भारत के कमर्शियल रियल एस्टेट के इंस्टीट्यूशनलाइजेशन को गहरा करने का अनुमान है। स्मॉल टू मिड साइज एसेट्स को एक रेगुलेटेड अम्ब्रेला में लाने के साथ एसएम रीट्स प्रॉपर्टी मैनेजमेंट के उच्च मानकों को आगे बढ़ाने, ईएसजी कंप्लायंस को प्रमोट करने और अंततः एक अधिक संगठित और कुशल रियल एस्टेट इकोसिस्टम में योगदान देने की क्षमता है।"

रीट्स कई सेक्टर्स में इनकम प्रोड्यूसिंग रियल एस्टेट का स्वामित्व, संचालन या वित्तपोषण करते हैं। वे लोगों को कम से कम निवेश के साथ यूनिट खरीदने और छोटे निवेशकों को हाई-वैल्यू कमर्शियल रियल एस्टेट के एक्सेस की सुविधा देते हैं। एसएम रीट्स मिड साइज प्रॉपर्टीज को कंट्रोल करते हैं, जिनकी कीमत 50 करोड़ रुपए से 500 करोड़ रुपए होती है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इंवेस्टमेंट-ग्रेड ऑफिस जिनकी विशेषता एसेट्स ग्रेड ए प्लस कमर्शियल स्पेसिफिकेशन हैं, हाई-क्वालिटी पोर्टफोलियो के फाउंडेशनल पिलर के रूप में काम करता है।

सीबीआरई के इंडिया, मिडल ईस्ट और अफ्रीका में कंसल्टिंग और वैल्यूएशन सर्विस के मैनेजिंग डायरेक्टर रामी कौशल ने कहा कि एसएम रीट्स डायरेक्ट ऑनरशिप और लार्ज स्केल रीट्स के बीच महत्वपूर्ण अंतर को पाट सकते हैं।

कौशल ने कहा, "यह स्ट्रक्चर निवेशकों को स्टेबल रेंटल इनकम प्राप्त करने में मदद कर सकता है और हाई-क्वालिटी एसेट्स पर पूंजी वृद्धि से फायदा पहुंचा सकता है। जैसे-जैसे मार्केट विकसित हो रहा है, स्टेकहोल्डर्स की रेगुलेटरी एनवायरमेंट को नेविगेट करने की क्षमता महत्वपूर्ण होती जा रही है।"

--आईएएनएस

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