नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देश के एनर्जी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में हुए बदलावों को लेकर एक पोस्ट शेयर की गई।
पीएमओ ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत के एनर्जी सेक्टर में कई बड़े स्ट्रक्चरल बदलाव हुए, जिसमें सुधारों, ग्रीन पहलों और आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित कर किफायती और क्लीन एनर्जी के लिए मजबूत प्रयास किए गए हैं।
पीएमओ ने केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी के पोस्ट को रिपोस्ट कर लिखा, "केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बीते 11 वर्षों में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 11 बड़े परिवर्तनकारी सुधारों को लेकर जानकारी दी है, इसे पढ़ें।"
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने इस पोस्ट में लिखा, "मैंने एक आर्टिकल के जरिए इस बात पर प्रकाश डाला है कि भारत किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में लीडर बन गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "भारत ने केवल एक वर्ष में (2024-2025) रिकॉर्ड 29 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी जोड़ी है। यह उपलब्धि रिन्यूएबल इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ी छलांग है, जो देश के घरेलू उद्योगों को मजबूत करती है। साथ ही भारत को क्लीन एनर्जी ट्रांजिशन में एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करती है।"
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से एनर्जी सेक्टर को लेकर किए गए दूसरे पोस्ट में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के आर्टिकल को लेकर जानकारी दी गई।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से देश के 'विकसित भारत' बनने की 11 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डाला।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने लिखा, "भारत अब तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा और तेल उपभोक्ता है, जिसके 6 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता फिलिंग स्टेशन पर आते हैं। देश, चौथा सबसे बड़ा रिफाइनर है और दुनिया भर में चौथा सबसे बड़ा एलएनजी आयातक है।"
केंद्रीय मंत्री पुरी ने बताया कि 2047 तक ऊर्जा की मांग में ढाई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके साथ ही बढ़ी हुई वैश्विक मांग का 25 प्रतिशत भारत से होने की उम्मीद है, इसलिए रोडमैप स्पष्ट है।
--आईएएनएस
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