नई दिल्ली, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के डेटा के मुताबिक, भारत में इंटरनेट सब्सक्राइबर की कुल संख्या अप्रैल-जून तिमाही (वित्तीय वर्ष 26 की पहली तिमाही) के आखिर में 1002.85 मिलियन से बढ़कर जुलाई-सितंबर अवधि (वित्तीय वर्ष 26 की दूसरी तिमाही) के आखिर में 1017.81 मिलियन हो गई, जो तिमाही आधार पर 1.49 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
डेटा के अनुसार, 1,070.81 मिलियन इंटरनेट सब्सक्राइबर में से वायर्ड इंटरनेट सब्सक्राइबर की संख्या 44.42 मिलियन है, और वायरलेस इंटरनेट सब्सक्राइबर की संख्या 973.39 मिलियन है।
इस बीच, ब्रॉडबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर बेस इस साल जून के आखिर में 979.71 मिलियन से 1.63 प्रतिशत बढ़कर सितंबर के आखिर में 995.63 मिलियन हो गया। नैरोबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर बेस जून तिमाही में 23.14 मिलियन से घटकर सितंबर तिमाही के आखिर में 22.18 मिलियन हो गया।
इसी समय, वायरलाइन सब्सक्राइबर अप्रैल-जून तिमाही के आखिर में 47.49 मिलियन से घटकर सितंबर तिमाही के आखिर में 46.61 मिलियन हो गए, जिसमें तिमाही गिरावट की दर 1.84 प्रतिशत रही। साल-दर-साल के आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही के आखिर में वायरलाइन सब्सक्रिप्शन में 26.21 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
वायरलाइन टेली-डेंसिटी पहली तिमाही के आखिर में 3.36 प्रतिशत से घटकर दूसरी तिमाही के आखिर में 3.29 प्रतिशत हो गई, जिसमें तिमाही गिरावट की दर 2.06 प्रतिशत रही। इस बीच, वायरलेस सर्विस के लिए मासिक औसत रेवेन्यू प्रति यूजर (एआरपीयू) पहली तिमाही में 186.62 रुपए से 2.34 प्रतिशत बढ़कर इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में 190.99 रुपए हो गया।
इस तिमाही में वायरलेस सर्विस के लिए मासिक एआरपीयू में भी साल-दर-साल आधार पर 10.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
प्रीपेड सेगमेंट के लिए हर महीने का एआरपीयू 189.69 रुपए है, और पोस्टपेड सेगमेंट के लिए हर महीने का एआरपीयू इस तिमाही में 204.55 रुपए है। पूरे भारत के एवरेज के हिसाब से कुल एमओयू हर महीने 0.10 प्रतिशत कम हो गया, जो अप्रैल-जून पीरियड में 1006 था और जुलाई-सितंबर पीरियड के आखिर में 1005 हो गया।
कुल इंटरनेट सब्सक्राइबर बेस में 995.63 मिलियन ब्रॉडबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर और 22.18 मिलियन नैरोबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर शामिल हैं।
--आईएएनएस
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