नैतिक पुलिसिंग : कर्नाटक में अल्पसंख्यक समुदाय के 9 लोगों ने अंतरधार्मिक जोड़े की पिटाई की, 7 गिरफ्तार

प्रतीकात्‍मक चित्र

हावेरी (कर्नाटक), 20 जनवरी (आईएएनएस)। यहां नैतिक पुलिसिंग की एक और घटना सामने आई। हावेरी जिले में नौ स्‍वयंभू धर्म रक्षकों ने एक अंतरधार्मिक जोड़े की पिटाई की। पुलिस ने यह जानकारी शनिवार को दी।

पुलिस के मुताबिक, घटना शुक्रवार को जिले के बयादागी शहर में हुई पीड़ितों की शिकायत के बाद सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी दो आरोपियों की तलाश जारी है।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान अब्दुल खादर, मंसूर, मेहबूब खान, रियाज, अल्फ़ाज़, सलीम साब और मेहबूब अली के रूप में की गई। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

हावेरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंशू कुमार ने कहा कि एक अंतरधार्मिक जोड़े पर अल्पसंख्यक समुदाय के नौ लोगों के एक नैतिक पुलिसिंग गिरोह द्वारा हमला किया गया।

सात आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है।

आरोपियों ने कस्बे के शिव मंदिर के पास बाइक पर सवार होकर आपस में बात कर रहे रुकसाना और जगदीश को निशाना बनाकर हमला किया था।

शोहदों ने लड़की से पूछा कि वह एक हिंदू से बात क्यों कर रही है और दोनों की पिटाई की। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने पहले दावा किया था कि आम लोग, विशेषकर महिलाएं, "बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से घूमने में सक्षम नहीं हैं"।

बोम्मई ने कहा था, "बलात्कार, अत्याचार और हिंसा के मामलों में वृद्धि हुई है। ग्रामीण इलाकों में भी महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं... पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है और अगर वे कानून के अनुसार कार्रवाई शुरू करते हैं, तो उन्हें सरकार के कोप का सामना करना पड़ रहा है। हावेरी जिले में संगठित गिरोह सक्रिय हैं और कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण नीति के कारण उनमें कोई डर नहीं है।”

--आईएएनएस

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